अपडेटेड 4 September 2025 at 16:19 IST
The Bengal Files: बंगाल में नहीं मिली रिलीज की अनुमति, तो पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति मुर्मू को लिखी चिट्ठी, कहा- सच को बचा लो…
The Bengal Files: पश्चिम बंगाल में कई थिएटर मालिकों ने ‘द बंगाल फाइल्स’ को रिलीज करने से मना कर दिया जिससे मेकर्स निराश हो गए हैं। अब एक्ट्रेस पल्लवी जोशी ने इसे लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखी है।
- मनोरंजन समाचार
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The Bengal Files: विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ बुरी तरह विवादों में फंसी हुई है। फिल्म को पश्चिम बंगाल में बायकॉट का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में कई थिएटर मालिकों ने फिल्म को रिलीज करने से मना कर दिया जिससे मेकर्स निराश हो गए हैं। अब एक्ट्रेस पल्लवी जोशी ने इसे लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखी है।
मेकर्स की माने तो, ‘द बंगाल फाइल्स’ में ‘डायरेक्ट एक्शन डे के हिंदू नरसंहार, नोआखली की घटना और विभाजन के दर्द के लंबे समय से दबे हुए सच’ को दिखाया गया है। अब पल्लवी ने अपनी चिट्ठी में राष्ट्रपति मुर्मू से सुरक्षा मांगी है।
पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति मुर्मू को लिखी चिट्ठी
उन्होंने लिखा- “पश्चिम बंगाल में सच्चाई खतरे में है। फिल्म पूरी होने से कई साल पहले ही मुख्यमंत्री ने फिल्म का मजाक उड़ाया था। तब से, बेबुनियाद FIR दर्ज की गईं, हमारे ट्रेलर को पुलिस ने रोक दिया, और यहां तक कि अखबार भी विज्ञापन नहीं दे रहे हैं। मेरे परिवार को हर दिन राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता धमकाते हैं”।
जोशी ने आगे लिखा कि “ऑफिशियल बैन ना होने के बावजूद फिल्म को बंगाल में ‘अनऑफिशियल बैन’ का सामना करना पड़ रहा है। थिएटर के मालिकों ने हमें बताया है कि उन्हें धमकाया जा रहा और सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं की हिंसा के डर से वे इसकी स्क्रीनिंग नहीं कर रहे”। उन्होंने लिखा कि फिल्म भारत और विदेशों में कई बंगाली संगठनों के साथ-साथ अनुभवी अभिनेता विक्टर बनर्जी का भी समर्थन प्राप्त है।
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‘सच्चाई को भी सुरक्षा की जरूरत होती है’
चिट्ठी में लिखा है कि कैसे "द बंगाल फाइल्स मां भारती की पुकार है, जख्मी फिर भी अटूट, अस्तित्व और उम्मीद की कहानी। एक महिला के रूप में जो हाशिये से उठकर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंची हैं, केवल आप ही सही मायने में समझ सकती हैं कि इस तरह के दर्द को सहना और उसे उद्देश्य में बदलना क्या होता है। ये सच्चाई का सिनेमा है। लेकिन सच्चाई को भी सुरक्षा की जरूरत होती है”।
पल्लवी ने अंत में लिखा है कि वो फिल्म के लिए ऐहसान नहीं, बल्कि कला, सच और मां भारती की आत्मा को बिना किसी भय के बोलने का मौका चाहती हैं। उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू को ‘आखिरी उम्मीद’ बताते हुए लिखा कि उनके संवैधानिक अधिकार की रक्षा करें और बंगाल में फिल्म को रिलीज होने दें।
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उन्होंने इस लेटर को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है जिसके साथ वो कैप्शन में लिखती हैं- “अर्जेंट अपील, महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, द बंगाल फाइल्स की निर्माता होने के नाते मुझे इस बात का दुख है कि बंगाल में मल्टीप्लेक्स चेन ने सत्ताधारी दल के राजनीतिक दबाव और धमकियों के चलते फिल्म की रिलीज को मना कर दिया। मैं आपसे अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने और बंगाल में इसकी रिलीज सुनिश्चित करने के लिए दखल करने की रिक्वेस्ट करती हूं”।
Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 4 September 2025 at 16:19 IST