अपडेटेड 4 April 2025 at 19:15 IST

मनोज कुमार का अंतिम संस्कार कब और कहां किया जाएगा? बेटे ने दी जानकारी, कहा- वो लंबे समय से बीमार थे

Manoj Kumar Son: हिंदी सिनेमा के 'भारत कुमार' उर्फ मनोज कुमार का 87 की उम्र में निधन हो गया है। अब उनके बेटे ने उनके अंतिम संस्कार को लेकर जानकारी दी है।

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A file photo of Manoj Kumar.
Manoj Kumar Funeral | Image: Imdb

Manoj Kumar Son: हिंदी सिनेमा के चहेते भारत कुमार उर्फ मनोज कुमार ने हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह दिया। बॉलीवुड के लीजेंड्री कलाकार ने 4 अप्रैल 2025 को मुंबई के कोकिलाबेन अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली। अब उनके निधन पर उनके बेटे कुणाल गोस्वामी (Kunal Goswami) का बयान सामने आया है।

कुणाल गोस्वामी ने मीडिया से बातचीत में अपने पिता के दुखद निधन पर बात की। उन्होंने ANI को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि मनोज कुमार लंबे समय से बीमार चल रहे थे और पिछले दो-तीन हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने ये भी बताया कि दिवंगत स्टार का अंतिम संस्कार कब और कहां किया जाएगा।

मनोज कुमार के अंतिम संस्कार पर बोले बेटे कुणाल

कुणाल ने कहा कि उनके पिता अपने पोते-पोतियों के बेहद करीब थे। उनके मुताबिक, “कल सुबह उनका दाह संस्कार होगा। आप सब लोगों का धन्यवाद। बीमारी उनकी काफी सालों से चल रही थी। अभी वो 2 महीने में 88 साल के होने वाले थे। 87 साल में वो स्वर्गवास हुए हैं। सबसे ही बात करते थे। खासतौर पर अपने पोतों से, जो उनके छोटे नाती थे, सबसे बात करते थे और बड़े खुश थे। बस थोड़ी तकलीफ में थे क्योंकि अस्वस्थ थे और थोड़ी तकलीफे थीं”।

उन्होंने बताया कि उनका अंतिम संस्कार कल सुबह 11 बजे विले पार्ले के नानावटी अस्पताल के सामने पवन हंस में किया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके ट्वीट के लिए धन्यवाद भी दिया और कहा कि उनके पिता की फिल्में आज भी प्रासंगिक हैं।

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मनोज कुमार ने 87 की उम्र में ली अंतिम सांस

मनोज कुमार का असली नाम हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी था और उनका जन्म 24 जुलाई 1937 को एबटाबाद, ब्रिटिश इंडिया (अब खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान) में हुआ था। वो केवल 10 साल के थे जब बंटवारे के बाद उनका परिवार दिल्ली आकर बस गया। उन्हें देशभक्ति से भरपूर फिल्में करने के लिए जाना जाता था जिसकी वजह से उनका नाम 'भारत कुमार' भी पड़ गया। उन्होंने अपने करियर में ‘क्रांति’, ‘पूरब और पश्चिम’, ‘उपकार’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’ जैसी आइकॉनिक फिल्में दी हैं। हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए मनोज कुमार को प्रतिष्ठित पद्म श्री और दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।

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Published By : Sakshi Bansal

पब्लिश्ड 4 April 2025 at 19:15 IST