अपडेटेड May 2nd 2025, 14:16 IST
Javed Akhtar Condemns Pahalgam Attack: बॉलीवुड के आइकॉनिक गीतकार जावेद अख्तर ने गुरुवार, 1 मई को 'ग्लोरियस महाराष्ट्र फेस्टिवल' का उद्घाटन किया। महाराष्ट्र के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में रखे गए इस इवेंट में जावेद ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई।
जावेद अख्तर ने अपने संबोधन के दौरान साफ सीधे शब्दों में कहा कि अब वक्त आ गया है कि आर-पार की बात हो ही जाए। उन्होंने कश्मीरियों पर हुए हमलों की भी आलोचना की और कहा कि इस तरह की हरकतें पाकिस्तान के दुष्प्रचार को ही बढ़ावा देती हैं।
जावेद अख्तर ने कहा- “पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा, उसकी सरकार, उसका मुल्लाह और उसकी फौज कश्मीरियों के बारे में क्या कहती है। ये कहते हैं कि ‘सारे कश्मीरी दिल से पाकिस्तानी हैं लेकिन हिंदुस्तान ने इनपर कब्जा किया हुआ है’। ये झूठ है। सच ये है कि जब 1948 में उन्होंने हमला किया था तो तीन दिनों तक लोकल कश्मीरियों ने उन्हें रोक रखा था, हमारी फौज तीन दिन बाद पहुंची थी। सच तो ये है कि वो हिंदुस्तान के बिना रह नहीं सकते। अब जो हुआ है, सबसे बड़ी तबाही कश्मीरियों के यहां ही आई है”।
उन्होंने आगे कहा कि “इस हमले से उल्टा कश्मीरियों का ही टूरिज्म खत्म हो गया जो उनकी रोजी रोटी है। कश्मीरी हिंदुस्तानी हैं और 90-99% कश्मीरी हिंदुस्तान का वफादार है। जो लोग मसूरी या किसी यूनिवर्सिटी में कश्मीरी छात्र को मारते हैं, उन्हें मालूम होना चाहिए कि वो पाकिस्तानी फौज से सहमत हो रहे हैं। अगर कश्मीरियों को पाकिस्तानी समझोगे, यही तो पाकिस्तानी मुल्ला कहता है। आप इस बात से सहमत मत हो, उन्हें कंफर्म मत करो”।
जावेद ने कहा कि “हमें कश्मीरियों को सुरक्षा देनी चाहिए, उन्हें अपना भाई कहना चाहिए क्योंकि वो भी हिंदुस्तानी हैं। हमें उन्हें पाकिस्तानी मानकर पाकिस्तान के मंसूबे कामयाब नहीं होने देना चाहिए”। उन्होंने सरकार से आतंकी हमलों के खिलाफ एक्शन लेने की अपील की और कहा कि ‘सरहद पर कुछ फुलझड़ियां छोड़ने से कुछ नहीं होगा’।
उन्होंने कहा कि “अब कोई सॉलिड स्टेप लीजिए। पाकिस्तान के पागल आर्मी चीफ को सुनिए, वो कहता है कि हिंदू और मुसलमान अलग-अलग कौम होते हैं, उसे इतना भी ख्याल नहीं कि उसके मुल्क में भी हिंदू हैं, क्या उनकी कोई इज्जत नहीं है। उनके इमोशन और स्टेटस की कोई चिंता नहीं है। कैसा पागल आदमी है”।
जावेद ने कहा कि ‘ऐसे लोगों को ऐसा जवाब मिलना चाहिए जो वो हमेशा याद रखें। उन्हें अभी तक याद नहीं हुआ है। अब जवाब क्या होगा ये तो सरकार ही बताएगी, मैं इतना जानता नहीं हूं राजनीति के बारे में… लेकिन इतना जरूर जानता हूं कि अब आर या पार की बात हो जानी चाहिए’।
पब्लिश्ड May 2nd 2025, 14:16 IST