अपडेटेड 22 May 2025 at 13:48 IST
रेड कार्पेट पर छाया Arushi Nishank का जलवा, पहना फैब्रिक वेस्ट से बना गाउन; ड्रेस में छुपा खास संदेश- Photo
आरुषि निशंक ने जब फैब्रिक वेस्ट से बना ग्रीन गाउन पहना, तो उन्होंने फैशन की दुनिया में एक नई मिसाल कायम कर दी, क्योंकि ये सिर्फ एक ड्रेस नहीं थी, बल्कि एक संदेश था- 'ग्लैमर के साथ प्रकृति की भी हो सकती है रक्षा'
- मनोरंजन समाचार
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Arushi Nishank in Cannes 2025: कांस फिल्म फेस्टिवल का रेड कार्पेट हर साल ग्लैमर और स्टाइल से भरा होता है, लेकिन इस बार एक अलग चमक दिखी। अभिनेत्री और पर्यावरण कार्यकर्ता आरुषि निशंक (Arushi Nishank) ने जब फैब्रिक वेस्ट से बना ग्रीन गाउन पहना, तो उन्होंने फैशन की दुनिया में एक नई मिसाल कायम कर दी। ये सिर्फ एक ड्रेस नहीं थी, बल्कि एक संदेश था- 'ग्लैमर के साथ प्रकृति की भी हो सकती है रक्षा'
ग्रीन कलर का यह खूबसूरत गाउन फैब्रिक वेस्ट से तैयार किया गया था। इसे शून्य-अपशिष्ट (zero-waste) तकनीक से डिजाइन किया गया था। उनकी ड्रेस में जीरो-वेस्ट कटिंग तकनीक का इस्तेमाल पर्यावरण के प्रति उनके प्रेम को दिखाती है। जिससे फैब्रिक की बर्बादी न हो और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे, इस ड्रेस (Arushi Nishank Dress Material) में जो भी मटीरियल यूज हुआ, वो पूरी तरह से नैतिक और टिकाऊ स्त्रोतो से लिया गया था।
आरुषि के लुक में सबसे खास क्या?
इसमें बारीक हैंड एम्ब्रॉयडरी थी जो इसे बेहद खास और शाही लुक दे रही थी। Arushi Nishank उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल की बेटी हैं। कान्स फिल्म फेस्टिवल में उत्तराखंड की अरूषि निशंक ने सर्कुलर फैशन से पर्यावरण जागरूकता का वैश्विक संदेश दिया है।
ड्रेस में छुपा क्या खास संदेश?
यह ग्रीन ड्रेस सिर्फ फैशन नहीं, प्रकृति और जीवन शक्ति का प्रतीक भी था। कांस में 'Making India a Global Film Powerhouse' पैनल में बोलते हुए आरुषि ने कहा- 'सिनेमा और फैशन मिलकर एक नई क्रांति ला सकते हैं, जहां स्टाइल के साथ-साथ पर्यावरण का भी ध्यान रखा जाए।'
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सस्टेनेबल फैशन का ग्लोबल मैसेज
आरुषि ने बताया कि कैसे सर्कुलर फैशन यानी ऐसी ड्रेसें जो बिना बर्बादी के बनी हों, हमारी धरती की रक्षा में अहम भूमिका निभा सकती हैं। उनकी यह पहल खास इसलिए भी है क्योंकि आज जब ग्लैमर इंडस्ट्री अक्सर अपव्यय और दिखावे से जुड़ी होती है, आरुषि ने वहां से सस्टेनेबिलिटी का परचम लहराया।
संयुक्त राष्ट्र तक गूंजा ये संदेश
हाल ही में आरुषि निशंक संयुक्त राष्ट्र, जिनेवा में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी हैं, जहां उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और जल संकट जैसे अहम मुद्दों पर आवाज उठाई थी।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 22 May 2025 at 13:32 IST