अपडेटेड 23 June 2025 at 08:57 IST
By Election 2025 Result: देश के चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज, 23 जून का आएंगे। कड़ी सुरक्षा के बीच वोटों की गिनती शुरू हो गई है। इस उपचुनाव में पंजाब में AAP की साख दांव पर लगी है तो गुजरात में BJP की। पंजाब में अगर AAP ने बीजी मार ली तो अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जा सकते हैं। अब नतीजे बताएंगे कि किस राज्य में किसके सिर जीत का सेहरा सजेगा।
केरल के नीलांबुर, पंजाब के लुधियाना पश्चिम, पश्चिम बंगाल के कालीगंज और गुजरात के कडी और विसावदर सीट पर 19 जून मतदान हुआ था। इन सभी सीटों के परिणाम आज घोषित कर दिए जाएंगे। पंजाब के लुधियाना वेस्ट से AAP ने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को मैदान में उतारा है, अगर वो चुनाव जीतते हैं, तो उन्हें राज्यसभा की सदस्यता छोड़नी होगी।
सांसद संजीव अरोड़ा को चुनाव जीतने के बाद उन्हें राज्यसभा की सदस्यता छोड़नी होगी, जिससे यह एक सीट खाली हो जाएगी। माना जा रहा है कि इस सीट से पार्टी दिल्ली के पूर्व CM और AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल को राज्यसभा भेजने की योजना बना सकती है। वहीं, इस सीट पर भाजपा ने अपने नेता जीवन गुप्ता और कांग्रेस ने पूर्व राज्य मंत्री भारत भूषण आशु को मैदान में उतारा है।
पंजाब के एसपी डीके चौधरी ने बताया कि सुबह पांच बजे से ही लुधियाना के खालसा कॉलेज फॉर विमेन के बाहर सुरक्षा व्यवस्था तैनात कर दी गई है। तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था है। केवल अधिकृत व्यक्ति ही मतगणना केंद्र में प्रवेश कर सकेंगे। करीब 450 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
वहीं, गुजरात के कडी और विसावदर सीट पर भी वोटों की गिनती शुरू हो गई है। यहां भाजपा की साख दांव पर है। कडी सीट पहले भाजपा के पास थी, इसलिए पार्टी यहां अपनी पकड़ फिर बनाए रखने की कोशिश करेगी। दूसरी ओर, विसावदर सीट पर पहले आम आदमी पार्टी के विधायक भूपेंद्रभाई गंडूभाई भायानी काबिज थे, जिन्होंने 13 दिसंबर 2023 को इस्तीफा देकर भाजपा जॉइन कर ली थी। अब भाजपा यहां भी दोबारा जीत की उम्मीद कर रही है।
गुजरात के कडी सीट पर बीजेपी के राजेंद्र चावड़ा, कांग्रेस के रमेश चावड़ा और AAP के जगदीश चावड़ा उम्मीदवार हैं। वहीं, केरल की नीलांबुर सीट पर सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) का कब्जा था, वहीं पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट तृणमूल कांग्रेस (TMC) के पास थी। इन दोनों सीटों पर भी सत्ताधारी दलों को अपनी पकड़ बनाए रखने की चुनौती है।
पब्लिश्ड 23 June 2025 at 08:50 IST