अपडेटेड 15 October 2024 at 12:22 IST
Maharashtra Election: MVA और महायुति में कौन मारेगा बाजी? विधानसभा में किस पार्टी के पास कितनी सीटें
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटे हैं और बहुमत का आंकड़ा 145 सीट है। 201 सीटों के साथ महायुति गठबंधन सत्ता पर काबिज है।
- चुनाव न्यूज़
- 3 min read

Maharashtra Assembly Elections 2024: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के बाद अब बारी महाराष्ट्र-झारखंड की है। दोनों राज्यों में चुनावी बिगल बजने जा रहा है। चुनाव आयोग दोपहर 3.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के लिए तैयार है।
विधानसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र की सियासत कई दिनों से गरमाई हुई है। राज्य में सरकार बनाने को लेकर महाविकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। इस बार महाराष्ट्र की सत्ता की चाबी किस गठबंधन के हाथ लगेगी, ये देखना दिलचस्प होने वाला है।
महायुति vs महाविकास अघाड़ी में होगी टक्कर
इससे पहले वर्तमान समीकरण पर नजर डाल लेते हैं। वर्तमान में महायुति गठबंधन महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर एकनाथ शिंदे विराजमान हैं। वहीं, महायुति गठबंधन का हिस्सा एकनाथ शिंदे की गुट वाली शिवसेना के साथ ही BJP और अजित पवार के गुट वाली NCP है। इसके अलावा अलायंस में रामदास अठावले की RPI शामिल है। बात महाविकास अघाड़ी गठबंधन की करें तो उद्धव गुट वाली शिवसेना, कांग्रेस और NCP (शरद पवार गुट) इसका हिस्सा है। ॉ
किसके पास कितनी सीटें?
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटे हैं और बहुमत का आकड़ा 145 सीट है। फिलहाल 201 सीटों के साथ महायुति गठबंधन सत्ता पर काबिज है, जबकि महाविकास अघाड़ी अलायंस के पास अभी कुल 67 सीटे ही हैं।
Advertisement
दिलचस्प होगा इस बार का चुनाव
महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव इस बार कई मायनों में खास होने वाला है। पिछले पांच सालों में राज्य की सियासी हवा काफी बदल चुकी है। जो पिछले चुनाव में साथ थे, उनका इन चुनावों में आमना सामना होगा। साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में BJP और शिवसेना (उद्धव गुट) ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। दोनों ने साथ में बहुमत भी हासिल किया, लेकिन चुनाव के बाद तीन दशक पुराना यह गठबंधन टूट गया था। CM पद को लेकर लंबे समय तक चली खींचतानी के बाद BJP और शिवसेना (उद्धव गुट) की राहें अलग हो गई थीं।
BJP -शिवसेना गठबंधन टूटा
पहले तो BJP नेता देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार के समर्थन से CM पद की शपथ ली और उन्हें डिप्टी सीएम की शपथ दिलाई गई। हालांकि दोनों नेताओं ने विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने से पहले ही अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और NCP की मदद से महाराष्ट्र में सरकार बना ली और वह सीएम भी बने। उद्धव ठाकरे की अगुवाई में महाराष्ट्र में महाअघाड़ी गठबंधन की सरकार चली।
Advertisement
शिवसेना-NCP दो हिस्सों में बंटी
महाराष्ट्र की सियासत में फिर भूचाल तब आया जब एकनाथ शिंदे ने पार्टी से बगावत कर दी और BJP से हाथ मिला लिया। फिर राज्य में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार बनीं और शिवसेना दो गुटों में बंट गई। शिवसेना के अलावा NCP भी दो हिस्सों में टूट गई है। चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी। इसके बाद पिछले साल जुलाई में अजित पवार 40 विधायकों के साथ बागी हो गए और महायुति गठबंधन के साथ मिल गए।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 15 October 2024 at 12:22 IST