अपडेटेड 26 November 2024 at 14:28 IST
BMC ने मनसे उम्मीदवार के मतदान आंकड़ों में विसंगतियों के दावे का खंडन किया
BMC ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि शहर के दहिसर विधानसभा क्षेत्र से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के उम्मीदवार को एक मतदान केंद्र पर दो नहीं, बल्कि 53 वोट मिले थे।
- चुनाव न्यूज़
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बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि शहर के दहिसर विधानसभा क्षेत्र से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के उम्मीदवार को एक मतदान केंद्र पर दो नहीं, बल्कि 53 वोट मिले थे। नगर निकाय ने ‘एक्स’ पर एक ‘पोस्ट’ के जरिए मनसे उम्मीदवार राजेश येरुणकर के ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों का खंडन किया।
येरुणकर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह मतदान के आंकड़ों और ईवीएम संख्या में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने गिनती की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें उस मतदान केंद्र पर केवल दो वोट मिले, जहां उनके परिवार के चार सदस्यों ने मतदान किया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मनीषा चौधरी ने 98,587 वोट प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी विनोद घोसालकर को हराया, जबकि तीसरे स्थान पर रहे येरुणकर को 5,456 वोट मिले।
नगर निकाय ने अपने बयान में कहा, ‘‘इन आरोपों का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है।’’ उल्लेखनीय है कि बीएमसी आयुक्त और प्रशासक भूषण गगरानी 20 नवंबर को हुए चुनावों के दौरान मुंबई शहर और मुंबई उपनगरों के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी थे।बीएमसी ने कहा कि प्रपत्र 17-सी के अनुसार, येरुणकर को उस विशेष केंद्र पर 53 वोट मिले थे जिसमें उन्होंने दो वोट मिलने का दावा किया है। प्रपत्र 17-सी में प्रत्येक उम्मीदवार को मिले मतों गिनती विस्तार से दर्ज होती है।
मनसे की शिकायत में कोई सच्चाई नहीं है-BMC
बीएमसी ने कहा कि, ‘‘इस शिकायत में कोई सच्चाई नहीं है कि उम्मीदवार को वहां केवल दो वोट मिले।’’ उसने कहा कि प्रपत्र 17सी और ईवीएम मतदान डेटा में दी गई जानकारी भी मेल खाती है और दहिसर निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय को कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। येरुणकर ने यह भी आरोप लगाया है कि मतदान के बाद भी ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज स्थिति में दिख रही थी।
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इस आरोप के संबंध में सवाल किए जाने पर बीएमसी ने भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा जारी एफएक्यू(अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न) का हवाला दिया, जिसमें बताया गया है कि जब बैटरी की भंडारण क्षमता उच्च होती है तो ‘ईवीएम पावर पैक’ का ‘वोल्टेज’ बहुत धीरे-धीरे कम होता है, लेकिन जब भंडारण क्षमता एक सीमा से नीचे चली हाता है तो यह तेजी से गिरता है। राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे को 288 सदस्यीय विधानसभा में एक भी सीट नहीं मिली, जबकि सत्तारूढ़ महायुति ने 230 सीट जीतकर चुनाव में जीत दर्ज की।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 26 November 2024 at 14:28 IST