अपडेटेड 9 March 2024 at 16:39 IST
...पूरा होगा BJP का 'मिशन साउथ'! चंद्रबाबू नायडू की अमित शाह मुलाकात, पवन कल्याण भी आए साथ
Election News : सूत्र कहते हैं कि आंध्र प्रदेश में गठबंधन की स्थिति में बीजेपी लोकसभा की 5 से 6 सीट, जन सेना 3 और टीडीपी बाकी सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
- चुनाव न्यूज़
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Loksabha Election : लोकसभा चुनावों की तैयारियों के बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA का कुनबा बढ़ता जा रहा है। 2024 की शुरुआत के बाद से नीतीश कुमार की जदयू, जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोक दल एनडीए में आ चुके हैं। अभी ओडिशा में बीजेपी और बीजेडी गठबंधन की चर्चा है। हालांकि उसके पहले दक्षिण भारत के राज्य आंध्र प्रदेश में बीजेपी के साथ तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की डील लगभग फाइनल हो चुकी है। इसे जल्द अंतिम रूप दिया जा सकता है।
तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू इस समय राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौजूद हैं। बीजेपी नेताओं के साथ चंद्रबाबू नायडू दिल्ली में मैराथन बैठक कर रहे हैं। गुरुवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह और TDP सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू की मुलाकात हुई थी। एक बार फिर अमित शाह और चंद्रबाबू नायडू की बैठक हो रही है। इसके लिए टीडीपी मुखिया अभी गृह मंत्री के आवास पर पहुंच चुके हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी अमित शाह के आवास पर पहुंचे हैं। यहां अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण भी पहुंचे हुए हैं।
सीट बंटवारे का फॉर्मूला क्या?
आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25 और विधानसभा की 175 सीट हैं। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी यहां 8 से 10 संसदीय सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि टीडीपी के सूत्र कहते हैं कि गठबंधन की स्थिति में बीजेपी लोकसभा की 5 से 6 सीट, जन सेना 3 और टीडीपी बाकी सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
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6 साल बाद NDA में होगी TDP की वापसी!
तेलुगु देशम पार्टी बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का पहले भी हिस्सा रही है। 2018 में नायडू के राज्य के मुख्यमंत्री रहने के दौरान टीडीपी ने एनडीए से खुद को अलग कर लिया था। चंद्रबाबू नायडू करीब 6 के बाद एनडीए में वापसी कर सकते हैं। अभिनेता पवन कल्याण की अगुवाई वाली जन सेना पार्टी और नायडू की टीडीपी के बीच पहले से गठबंधन है, जबकि जन सेना भी NDA में भागीदार है।
बीजेपी के लिए मुश्किल कहां?
पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट कहती है कि अभिनेता पवन कल्याण की अगुवाई वाली जन सेना पार्टी राज्य में बीजेपी का साथ इसलिए चाहती है, ताकि राज्य की सत्ता से वाईएसआर कांग्रेस के जगन मोहन रेड्डी को बेदखल किया जा सके। हालांकि भारतीय जनता पार्टी के लिए स्थिति इस वजह से जटिल हो गई है कि वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी संसद में मोदी सरकार के एजेंडे का स्पष्ट रूप से समर्थन करते रहे हैं। इसके अलावा भी वरिष्ठ नेताओं के साथ उनके अच्छे व्यक्तिगत संबंध हैं।
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बीजेपी के लिए ये गठबंधन क्यों जरूरी?
आंध्र प्रदेश दक्षिण भारत का वो राज्य है, जहां लोकसभा की 25 सीटें हैं। बीजेपी का फोकस पिछले कुछ समय से दक्षिण भारत पर ही रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जब एनडीए से टीडीपी भी अलग हो चुकी थी, तो एनडीए के खाते में महज एक सीट आई थी। टीडीपी ने 3 सीटें जीती थीं, जबकि सबसे ज्यादा जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP को 22 सीटें मिली थीं। ऐसे में अभी बीजेपी 400 पार का टारगेट लेकर चल रही है, तो आंध्र प्रदेश में उसे बढ़त बनाने के लिए सहयोगियों के साथ की जरूरत रहेगी। अभी गठबंधन के बाद टीडीपी और जन सेना पार्टी बीजेपी की पकड़ को मजबूत बना सकती हैं।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 9 March 2024 at 12:18 IST