अपडेटेड 3 March 2024 at 13:29 IST
UP के लिए BJP लाई 'GYAN' फॉर्मूला, एक लाख 60 हजार से अधिक बूथों पर ताकत बढ़ाने का प्लान!
चुनावी रणनीतिकारों का मानना है कि अगर औसतन हर बूथ पर 370 मत हासिल करने का लक्ष्य पूरा हो जाए तो करीब छह करोड़ अधिक मतदाता भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकते हैं।
- चुनाव न्यूज़
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Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में हर बूथ पर 370 मत बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 'ज्ञान' के जरिये इस लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश करेगी। फरवरी महीने की शुरुआत में मोदी ने भरोसा जताया था कि आगामी लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) 400 से अधिक सीट पर जीत दर्ज करेगा और भाजपा को कम से कम 370 सीट मिलेंगी। मोदी ने यह भी कहा था कि पार्टी के हर कार्यकर्ता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पार्टी को पिछली बार की तुलना में हर बूथ पर 370 वोट अधिक मिलें।
प्रधानमंत्री की अपील को ध्यान में रखते हुए भाजपा इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए 'ज्ञान' (जीवाईएन) यानी जी-गरीब, वाई-युवा, ए-अन्नदाता (किसान) और एन-नारी के बीच सरकार की उपलब्धियों को लेकर संवाद करेगी तथा इनके (ज्ञान) के जरिये राज्य के करीब एक लाख 60 हजार से अधिक बूथों पर अपनी बढ़त बनाने की पहल करेगी। राज्य में एक बूथ पर औसतन 950 मतदाता पंजीकृत हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के अनुसार उप्र में 2024 के लोकसभा चुनाव में 15 करोड़ 29 लाख लोग मतदान के पात्र हैं। भाजपा के चुनावी रणनीतिकारों का मानना है कि अगर औसतन हर बूथ पर 370 मत हासिल करने का लक्ष्य पूरा हो जाए तो करीब छह करोड़ अधिक मतदाता भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकते हैं। इस बीच, भाजपा ने उप्र की 80 लोकसभा सीट में से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (वाराणसी) समेत 51 उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है।
2019 में UP में 59 फीसदी वोटिंग हुई
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उप्र में 59 फीसद से अधिक मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था। राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 51.19 फीसद मत मिले थे जिनमें अकेले भाजपा की हिस्सेदारी 49.98 प्रतिशत थी। 2019 में राज्य के 14.58 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाताओं में आठ करोड़ 65 लाख से अधिक मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था। इसमें साढ़े चार करोड़ से अधिक मतदाताओं ने भाजपा नीत राजग के पक्ष में मतदान किया था।
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विजय बहादुर पाठक ने समझाया ‘ज्ञान’ का मतलब
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद हो रहे इस लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पार्टी ने हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा, ''भाजपा इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए 'ज्ञान' (जीवाईएएन) यानी जी-गरीब, वाई-युवा, ए-अन्नदाता (किसान) और एन-नारी के बीच उनके लिए चलाई गईं सरकार की विभिन्न योजनाओं की चर्चा करेगी और मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए संपर्क व संवाद करेगी।''
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वहीं, राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ''भाजपा जो कहती है वह करती है। संसद में जब हमारे दो सदस्य थे, तब भी हमने कहा था कि अनुच्छेद 370 हटाएंगे और अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनाएंगे। भाजपा ने जिस विषय को उठाया, उसे पूरा किया है।'' मौर्य ने दावा किया कि इस बार जनता के आशीर्वाद से भाजपा उप्र की सभी 80 सीट जीतेगी।
सपा का दावा- बीजेपी को बाहर करेगी जनता
हालांकि, समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, ''भाजपा सरकार ने गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं के साथ छल किया है तथा इस बार यह वर्ग लोकतंत्र व संविधान की धज्जियां उड़ाने वाली भाजपा सरकार को सबक सिखाएगा और सत्ता से बाहर कर देगा।''
प्रदेश में एक लाख 60 हजार से अधिक बूथ
उप्र में अन्य राज्यों के मुकाबले सर्वाधिक 80 सीट हैं और पूरे प्रदेश में एक लाख 60 हजार से अधिक बूथ हैं। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने सहयोगी अपना दल (एस) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और 64 सीट हासिल कीं जिनमें दो सीट सहयोगी दल को मिली थीं। तब एक साथ गठबंधन करके चुनाव मैदान में उतरे बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल को क्रमशः : 10 और पांच सीट पर जीत मिली लेकिन रालोद का खाता नहीं खुला था। कांग्रेस को भी सिर्फ एक सीट रायबरेली में सोनिया गांधी की जीत के साथ हासिल हुई थी। राहुल गांधी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से अमेठी में चुनाव हार गए थे।
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बीजेपी ने क्यों रखा है 370 नंबर
राजनीतिक टिप्पणीकार राजीव रंजन सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि दरअसल, भाजपा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद जनसंघ के संस्थापक नेता पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को जन-जन के बीच भावनात्मक रूप से ले जाती रही है और चुनाव में अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ ही इसे भी खूब महत्व देगी। मुखर्जी ने कश्मीर से धारा 370 हटाने की लड़ाई की शुरुआत की थी। पांच अगस्त 2019 को भाजपा नीत केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया था और राज्य को दो हिस्सों-जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख के रूप में विभाजित कर इन्हें केंद्रशासित प्रदेश बना दिया था।
(PTI की इस खबर में सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया गया है)
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 3 March 2024 at 13:29 IST