अपडेटेड 3 April 2024 at 11:08 IST
हुगली सीट पर दो जिगरी दोस्ती की दिलचस्प हुई लड़ाई, लॉकेट चटर्जी और रचना बनर्जी में कौन मारेगी बाजी?
हुगली सीट पर दो एक्ट्रेस की भिड़ंत पर सबकी नजर है। एक हैं ममता की दीदी नं 1 और दूसरी हैं बीजेपी की फायर ब्रांड नेता लॉकेट चटर्जी।
- चुनाव न्यूज़
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Locket Chatterjee Vs Rachna Banerjee: लॉकेट चटर्जी और रचना बनर्जी एक दूसरे की जिगरी दोस्त थीं लेकिन विचारों ने एक दूसरे के सामने ला खड़ा किया। दोनों सिने जगत का चर्चित चेहरा हैं। तो कहा जा सकता है कि हुगली में इस बार ग्लैमर युक्त चुनौती पेश होगी।
ममता बनर्जी ने रिएलटी शो दीदी नंबर 1 करने वाली रचना बनर्जी को टिकट थमाया। तो भाजपा ने अपनी सांसद को रिपीट किया है। 2019 में इस लोकसभा क्षेत्र से लॉकेट बंपर वोटों से जीती थीं। दोनों का अपना फैन और वोट बेस है। एक और बात जो बेहद दिलचस्प है। दोनों अच्छी दोस्त रही हैं। रचना ने खुद इसके बारे में बताया था। उनके मुताबिक लॉकेट के साथ मनोरंजन जगत में उनकी केमेस्ट्री काफी बेहतर रही है।
जुझारू, लोकप्रिय लॉकेट
लॉकेट को ममता बनर्जी ही तृणमूल कांग्रेस में लाई थीं। 2014 में ममता बनर्जी ही उन्हें सियासत में लेकर आईं लेकिन 2015 में वैचारिक मतभेद के कारण लॉकेट भाजपा में शामिल हो गईं। 2019 के चुनाव में लॉकेट ने तृणमूल की डॉ. रत्ना डे को 73,362 वोटों से हरा कर जीत का परचम लहरा दिया। डॉ. रत्ना 2009 और 2014 में हुगली से सांसद थीं। हाल ही में संदेशखाली मामले को लेकर भी सड़क पर उतर बंगाल पुलिस से लोहा लेती दिखी थीं। जमीन पर उतर पुलिस एक्शन के खिलाफ मुखर आवाज उठाते उन्हें देखा गया।
दीदी नंबर 1
बंगाली टेलीविजन शो दीदी नंबर 1 की मेजबान का नाम है रचना बनर्जी। बांग्ला के अलावा हिन्दी, कन्नड़ फिल्मों में भी अभिनय किया है। अमिताभ के साथ बहुचर्चित सूर्यवंशम में भी गौरी के किरदार में दिखी थीं। लेकिन लोकप्रियता के शिखर पर दीदी नंबर 1 ने ही पहुंचाया। यही वजह है कि ममता बनर्जी तक इनके शो में पहुंची। कहा कि वह लंबे समय से तृणमूल समर्थक रही हैं।
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रचना बनर्जी को चुना क्यों?
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24-परगना में स्थित संदेशखाली काफी चर्चा में रहा। महिलाओं के उत्पीड़न और गरीबों की जमीन पर जबरन कब्जे को लेकर टीएमसी नेताओं पर काफी आरोप लगे और इसका मुख्य आरोपी शाहजहां शेख बंगाल प्रशासन को डांट फटकार लगाने के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा। फिलहाल सीबीआई की हिरासत में है।
संदेशखाली मामले ने ममता बनर्जी की सरकार को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। महिलाएं खुलकर शासन प्रशासन के खिलाफ बोलने लगी है। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की 42 में से रिकॉर्ड 18 सीटें जीती थीं। इसमें महिलाओं का योगदान अच्छा खासा रहा था। यही वजह है कि पार्टी वोटर्स को बचाने के लिए ग्लैमर का सहारा लेने से भी पीछे नहीं हट रही है।
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मामला रोचक और फाइट टफ
दोनों का करियर ग्राफ काफी उम्दा रहा है। आज भी टीआरपी के मामले में दीदी नं 1 शो बेस्ट की श्रेणी में है तो लॉकेट राजनीति की पिच पर धाकड़ बल्लेबाजी कर रही हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि फाइट टफ और रोचक होगी। खुद रचना भी विभिन्न मंचों पर कह चुकी हैं कि लॉकेट फिल्म इंडस्ट्री और राजनीति दोनों में उनसे सीनियर हैं, उनके मुकाबले वो कम अनुभवी हैं। दोनों दोस्त रही हैं....साथ में परिबार, त्याग जैसी फिल्मों में काम भी किया है और उस दौरान खाने के वक्त अचार भी शेयर किया है।
रचना को लगता है इस तरह लॉकेट के साथ रिश्ता सहज है। मानती हैं कि चुनौती बड़ी और मुकाबला टफ होने वाला है। इसलिए भी क्योंकि मुकाबला सीटिंग सांसद से जो है!
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 3 April 2024 at 11:08 IST