अपडेटेड 10 April 2024 at 11:07 IST

लालू ने बेटियों को थमाया टिकट, दिवंगत शरद यादव के बेटे को नहीं, शांतनु का छलका दर्द

लालू प्रसाद यादव ने दोनों बेटियों को लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है। लेकिन भारतीय राजनीति के मजबूत स्तंभ रहे शरद यादव के बेटे शांतनु को शामिल नहीं किया

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shantanu yadav with tejashwi yadav
तेजस्वी के साथ शांतनु यादव | Image: @shantanu_yadav1 (File)

RJD Ticket Distribution: शांतनु यादव ने बेहद भावुक होकर एक्स पर अपना दर्द साझा किया। एक वाक्य में ही बड़ी बात कह दी। ये रिएक्शन 22 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने के बाद आया। 9 अप्रैल को ही राजद ने सूची जारी कर तस्वीर साफ की कि चुनावी समर में राबड़ी, तेजस्वी, तेज प्रताप, मीसा के बाद लालू फैमिली की एक और सदस्य रोहिणी आचार्य को उतारेंगे।

मीसा फिर से पाटलिपुत्र सीट पर ताल ठोकेंगी तो जैसी की चर्चा थी रोहिणी सारण में बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी को टक्कर देंगी।

शांतनु का दर्द

राजद  ने  दिवंगत शरद यादव के पुत्र शांतुन को टिकट नहीं थमाया। जबकि शरद यादव ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का विलय राजद में कर दिया था। इसके बाद शांतनु ने सोशल मीडिया पर दुख जाहिर किया। पिता संग पुरानी तस्वीर चस्पा कर लिखा- पिता का साया सिर से हट जाना, जीवन का सबसे कष्टदायी क्षण होता है। साथ में टूटा हुआ दिल और हैशटैग मधेपुरा लिखा। शरद यादव मधेपुरा से 4 बार सांसद रहे थे। एक बार तो उन्होंने लालू प्रसाद यादव को भी यहां से पटखनी दी थी। उनके बेटे इस इलाके में सक्रिय भी रहे हैं। यादव बहुल क्षेत्र में अपनी दावेदारी को लेकर शायद कांफिडेंट थे इसलिए अपना दुख जाहिर कर दिया।

23 में से 22 पर ऐलान एक बाकी

महागठबंधन में आरजेडी को 26 सीटें बंटवारे में मिलीं। इसमें से तीन सीटें मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को दे रही हैं। ये सीटें गोपालगंज, झंझारपुर और मोतिहारी हैं। आरजेडी ने बच रही 23 सीटों में से एक सीवान सीट छोड़ 22 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान मंगलवार देर रात कर दिया। इससे पहले लालू प्रसाद की काफी आलोचना भी हुई थी कि वे लगातार सिंबल बांट रहे हैं और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं कर रहे है जबकि सीपीआई, सीपीएम और माले ने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया। झंझारपुर से टिकट कटने से दुखी देवेन्द्र प्रसाद यादव ने लालू को पत्र लिख कर उनकी इस कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। वहीं पार्टी ने सिवान सीट पर अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। यहां पेंच फंसा है। शहाबुद्दीन की पत्नी इस पर अपनी दावेदारी पेश कर रही है तो चर्चा है कि बिहार विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को टिकट मिल सकता है।

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कांग्रेस भी असमंजस में...

कांग्रेस के खाते में नौ सीटें आई हैं पर वो अब तक तीन के नाम पर ही मुहर लगा पाई है। कटिहार से तारिक अनवर, किशनगंज से मो. जावेद और भागलपुर से अजीत शर्मा। अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोतिहारी सीट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के बेटे भी टिकट रेस में हैं। इस बीच कांग्रेस पर लालू प्रभाव की चर्चा जोरों पर है। कहा जाने लगा है कि ग्रैंड ओल्ड पार्टी लालू के कंट्रोल में है।  सूत्र दावा कर रहे हैं कि इसे लेकर कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान के बीच पॉलिटिकल वॉर भी चल रहा है। 
 

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Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 10 April 2024 at 10:27 IST