पब्लिश्ड 17:14 IST, June 5th 2024
अमेठी से स्मृति को हराने वाले केएल शर्मा बोले-मेरी हैसियत नहीं लेकिन राहुल गांधी को रायबरेली सीट...
अमेठी से किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को हरा कर इतिहास रच दिया। गांधी परिवार के करीबी से रायबरेली सीट को लेकर सवाल किया गया तो बोले उनकी हैसियत नहीं, लेकिन!
Amethi Raebareli News: अमेठी से बड़ी जीत हासिल करने के बाद किशोरी लाल शर्मा गांधी परिवार से मिले। इस दौरान उन्हें नसीहत दी गई कि वो घमंड से बचें। समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में अमेठी के चुने हुए कैंडिडेट से जब राहुल के रायबरेली या वायनाड सीट के चुनाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा उनकी हैसियत नहीं है।
2019 में राहुल गांधी के मुकाबले स्मृति ईरानी को चुनने वाली अमेठी ने 2024 में केएल शर्मा पर मुहर लगाई। नतीजतन उन्होंने ईरानी को एक लाख 67 हजार 196 मतों से हराया। ये व्यक्तिगत तौर पर भी शर्मा के लिए बड़ी जीत है।
रायबरेली या वायनाड!
किशोरी लाल शर्मा से पूछा गया कि राहुल गांधी ने कहा है कि वो कौन सी सीट रखेंगे इसका फैसला नहीं किया है। दो जगह से जीते हैं, रायबरेली और वायनाड से क्या आपने उनसे बात की? वो कौन सी सीट रखेंगे? इस पर केएल शर्मा बोले- 'मैंने राहुल को कोई सलाह नहीं दी है....राहुल को सलाह देने की मेरी हैसियत नहीं है...लेकिन व्यक्तिगत तौर पर चाहता हूं कि वो रायबरेली रखें।
मार्जिन को लेकर क्या बोले केएल शर्मा?
बंपर जीत का विश्वास क्या केएल शर्मा को था? इस सवाल पर बोले- 40 साल से काम किया है...वर्कर्स के चेहरे पढ़ लिए थे। पब्लिक से बात की तो लग गया था कि 1 सवा लाख से जीत तय होगी।
'एक खिलाड़ी की तरह डटा रहा'
चुनाव में खुद पर हुए व्यक्तिगत हमलों को लेकर शर्मा ने कहा-, "यह अमेठी के लोगों और गांधी परिवार की जीत है। इसमें कोई बदला नहीं है, हमारा रवैया खिलाड़ी जैसा है। राहुल गांधी ने मुझ पर हुए हमलों का जवाब दिया।"
जीत के बाद दिल्ली पहुंचे शर्मा
इतिहास रचने के बाद किशोरी लाल शर्मा दिल्ली पहुंचे। गांधी परिवार संग समय बिताने के बाद कहा, “मैं राहुल गांधी जी का विजयी प्रमाण पत्र उन्हें सौंपने के लिए लेकर आया था, वह उन्हें सौंपा और सोनिया गांधी का आशीर्वाद लिया। उनकी तरफ से कहा गया कि आप जैसे हैं वैसे ही रहना है किसी प्रकार का घमंड नहीं करना है। मैं इस निर्देश का पालन करूंगा... जीत के साथ ज़िम्मेदारी भी आती है।”
हार के बाद क्या बोलीं स्मृति ?
अमेठी लोकसभा सीट से हार के बाद स्मृति ईरानी ने भाजपा केंद्रीय कार्यालय में मीडिया से बातचीत में पहली प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- इस क्षेत्र को मैंने अपने जीवन के 10 वर्ष दिए। हार या जीत के बावजूद लोगों से मैं जुड़ी और ये मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है... मुझे लगता है कि आज जनता का आभार व्यक्त करने का दिन है, जो जीते उन्हें बधाई देने का दिन है। संगठन का स्वभाव विश्लेषण करने का है और संगठन विश्लेषण करेगा।
ऐतिहासिक जीत से सब हैरान!
2019 में राहुल गांधी को उनके गढ़ अमेठी में पटखनी देने वाली स्मृति ईरानी को बीजेपी ने रिपीट किया। संसदीय क्षेत्र में किए काम को लेकर वो आश्वस्त थीं। लेकिन जब नतीजे आए तो सभी हैरान रह गए। केंद्रीय मंत्री एक लाख 67 हजार 196 मतों से हार गईं।
अपडेटेड 17:14 IST, June 5th 2024