अपडेटेड 15 April 2024 at 18:18 IST

राम मंदिर बनने से विपक्ष के हाथ से बड़ा मुद्दा चला गया, कोर्ट से फैसला ना आए; ऐसी कोशिश हुई- PM मोदी

PM Modi ने कहा कि राम मंदिर का मामला जब अदालत में चल रहा था तब यह भी कोशिश की गई कि इस पर कोर्ट का फैसला न आए। इसमें भी अड़गा डाला गया।

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PM Modi
पीएम मोदी का इंटरव्यू | Image: ANI

PM Modi on Ram Mandir: समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पीएम मोदी ने राम मंदिर को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने से विपक्ष के हाथों से बड़ा मुद्दा चला गया।

राम मंदिर को लेकर होने वाली राजनीति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह देखने वाली बात है कि इसका राजनीतिकरण किसने किया। जब हमारी पार्टी का जन्म भी नहीं हुआ, तब अदालत में यह मामला निपटाया जा सकता था। समस्या का समाधान हो सकता था। भारत का विभाजन हुआ तब यह तय कर सकते थे। तब नहीं हुआ। क्योंकि एक ऐसा हथियार हाथ में था, जो वोट बैंक पॉलिटिक्स का मजबूत दांव है। इसलिए इसे पकड़कर रखा गया और बार-बार उसे भड़काया गया।

‘अब वो किसी को डरा नहीं पा रहे…’

पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर का मामला जब अदालत में चल रहा था तब यह भी कोशिश की गई कि इस पर कोर्ट का फैसला न आए। इसमें भी अड़गा डाला गया। क्योंकि ऐसे लोगों के लिए यह राजनीति हथियार है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनने के बाद उनके हाथ से वो मुद्दा चला गया। वो किसी को डरा नहीं पा रहे हैं। राम मंदिर बन जाएगा, बन गया और कुछ भी नहीं हुआ। आग नहीं लगी।

सोमनाथ मंदिर का किया जिक्र

इस दौरान पीएम मोदी सोमनाथ मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का भी जिक्र करते नजर आए, जिससे कांग्रेस शामिल नहीं हुई थीं। इसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने शामिल होने से इनकार कर दिया था। वहीं, प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद जब सोमनाथ मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए, तब पंडित नेहरू ने इस पर आपत्ति जताई थी और उनके शामिल होने का विरोध किया था।

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इसी घटना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सोमनाथ मंदिर से अबतक की घटनाएं देखें। भारत की जो मूलभूत आस्था है, उसके प्रति नेगिटिविटी लेकर चल रहे हैं। सोमनाथ मंदिर को लेकर क्या दिक्कत थीं। वहां डॉ. राजेंद्र बाबू को जाना था। तब न तो जनसंघ था, न भाजपा थी, न RSS था और न कोई लड़ाई थीं। लेकिन उन्होंने जाने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वहीं परंपरा आज भी चल रही है।

पीएम ने कहा कि उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया। आपको गर्व होना चाहिए कि जिन्होंने इस पर संघर्ष किया, वो आपके सारे पाप भूलकर घर में आकर न्योता दे रहे थे। आप उसे भी ठुकरा दें तब लगता है कि आपके लिए वोटबैंक एक बहुत बड़ी जरूरत है।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 15 April 2024 at 18:18 IST