Updated April 27th, 2024 at 13:43 IST
2 करोड़ की लैंड रोवर से रोड शो कर काराकाट सीट पर पवन सिंह ने बढ़ा दी टेंशन,जानिए पूरा सियासी समीकरण
बिहार की काराकाट पवन सिंह की एंट्री के साथ ही हाईप्रोफाइल सीट बन गई है। 2 करोड़ की लैंड रोवर संग निकले हुजूम से विरोधी टेंशन में आ गए हैं। समीकरण ही कुछ ऐसा है!
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Pawan Singh: भोजपुरी के सुपर स्टार पवन सिंह की फैन फॉलोइंग जबरदस्त है। काराकाट से चुनाव लड़ने के फैसले के साथ समर्थकों की टोली संग जो रोड शो किया उसकी धमक पूरे देश में है। अफवाहें कई तरह की हैं तो एक्टर का कॉन्फिडेंस भी सातवें आसमान पर। बार बार दावा कह रहे हैं कि वो निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं और अपने कदम पीछे नहीं खीचेंगे।
आत्म विश्वास से लबरेज पवन सिंह कह रहे हैं कि उनका लक्ष्य जनसेवा है। सिंह के इस कॉन्फिडेंस की आखिर वजह क्या है? सिंह क्यों बार बार कह रहे हैं कि वो कदम पीछे नहीं खीचेंगे?
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तो सियासी समीकरण कुछ यूं है...
रोहतास की काराकाट सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय बताया जा रहा है। एनडीए से उपेन्द्र कुशवाहा हैं तो इंडी अलायंस से माले के राजा राम सिंह। दोनों ही एक ही जाति से संबंध रखते हैं। एक अनुमान के मुताबिक इस सीट पर 3 लाख सर्वण और करीब ढाई लाख कुशवाहा -कुर्मी वोट पड़ते हैं। सवर्णों में भी राजपूतों की संख्या ज्यादा है इस जाति के ही पवन सिंह हैं। पिछले तीन लोकसभा चुनाव में महाबली सिंह कुशवाहा और उपेंद्र कुशवाहा ने जीत दर्ज की। तीनों बार कुशवाहा जाति के नेता ही यहां से सांसद रहे।
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‘एनडीए का रहा दबदबा’
इस सीट पर महागठबंधन अब तक कोई कमाल नहीं दिखा पाई है। परिसीमन के बाद 2008 में काराकाट लोकसभा सीट अस्तित्व में आई। इसके बाद से तीनों बार एनडीए ने जीत दर्ज की है अब तक महागठबंधन एक बार भी खुद को साबित नहीं कर पाया। काराकाट लोकसभा का गठन रोहतास के तीन विधानसभा क्षेत्र डेहरी, नोखा और काराकाट समेत औरंगाबाद जिले के तीन विधानसभा सीटों को मिलाकर हुआ।
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‘नाम नहीं लूंगा वापस’
रोड शो शानदार था और इससे पहले आसनसोल से बीजेपी ने टिकट दिए जाने का ऐलान भी किया था। लेकिन सिंह ने इनकार कर दिया था। जब यहां शक्ति प्रदर्शन किया तो शोर मचा कि बातचीत जारी है शायद पीछे हट जाएं लेकिन पवन सिंह ने साफ कर दिया कि वह काराकाट से चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि उन्होंने अपनी मां से वादा किया था। एक सवाल मान मनौव्वल को लेकर किया गया। भाजपा सांसद और पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार मनोज तिवारी का नाम भी सामने आया। तो बोले कि वह मनोज तिवारी का सम्मान करते हैं... बड़ा भाई मानते हैं। लेकिन मां के आशीर्वाद से उन्होंने काराकाट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का अटल निश्चय कर लिया है। उनकी उम्मीदवारी पक्की है। इसलिए फिलहाल नाम वापस लेने की कोई संभावना नहीं है।
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शानदार रोड शो से टेंशन क्या बढ़ी?
हाल ही में 2 करोड़ की लैंड रोवर के साथ पवन सिंह रोहतास की सड़कों पर दिखे। आगे पीछे समर्थकों, फैन्स की भीड़ थी। गाड़ियों का रेला लगा था। इसे देखकर ही जीत को लेकर कयासबाजियों का दौर शुरू हो गया। हालांकि एनडीए उम्मीदवार उपेन्द्र कुशवाहा ने इसे सिरीयसली न लेने की सलाह दी। 2 दिन भी नहीं बीते की पवन सिंह ने अपने कैंपेन का खाका खींचकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। जनसंपर्क सुबह साढ़े 7 बजे से रात करीब 10 बजे तक चलेगा। एक एक सीट को साधने की कोशिश और मंशा साफ दिखती है।
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Published April 27th, 2024 at 13:31 IST
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