अपडेटेड June 17th 2024, 19:52 IST
Pankaja Munde Cries: लोकसभा चुनाव 2024 में हार का सामना कर चुकी पंकजा मुंडे ने अपने समर्थकों से एक खास अपील की है। दुखी पंकजा ने कार्यकर्ताओं/समर्थकों की फैमिली से मुलाकात की और आग्रह किया कि मेरे कार्यकर्ता मेरे लिए अहम हैं। कृपया ऐसा कदम न उठाएं, अपने बच्चों और परिवार को न छोड़ें।
इस बीच उनका एक वीडियो सरफेस हुई है जिसमें वो एक समर्थक के घर पहुंची हैं। परिवार दहाड़ मारकर रो रहा है तो उनके दुख को देख पंकजा भी भावनाओं को काबू में नहीं कर पाई हैं और वो भी फूट फूटकर रो पड़ीं। ये वीडियो क्लिप चिंचवाड़ी गांव का है।
इस क्लिप में समर्थकों की भीड़ के बीच पंकजा जमीन पर बैठी हैं। पास में दो बच्चियां हैं जो फूट फूटकर रो रही हैं। इस हालात में बीजेपी की ये नेता खुद पर काबू नहीं रख पातीं हैं और फिर दहाड़ मारकर ये भी रोने लगती हैं। शोक संतृप्त परिवार से मिलने पहुंची और कुछ तस्वीरों संग पोस्ट साझा कर दर्द साझा किया। उन्होंने लिखा- आज आष्टी तालुका के चिंचवाड़ी में मेरे कार्यकर्ता श्री पोपट वैभासे के परिवार के सदस्यों के साथ एक शोक सभा आयोजित की गई। पोपट राव एक सक्रिय कार्यकर्ता थे जो हर काम के लिए खुद को समर्पित कर देते थे। वास्तव में एक लड़ाकू थे, लेकिन इतना बड़ा निर्णय लेकर अपने परिवार को छोड़ना मुझे कमजोर कर गया।
आज पोपट राव वैभासे के परिवार पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है जो कभी कम नहीं होगा। मैं उनके दुःख का बोझ बांटने का प्रयास करती रहूंगी। मैं उनके मासूम बच्चों और परिवार की सारी जिम्मेदारी भी उठा रही हूं।' लेकिन यह जिम्मेदारी मेरे लिए कष्टकारी है।' उनके बच्चों की आंखों में अस्थिर भाव मुझे परेशान कर रहा है।
पंकजा आगे लिखती हैं- मेरा सभी से अनुरोध है, ''हम निश्चित रूप से इतने कमजोर नहीं हैं कि हार से निराश हो जाएं, लेकिन यह दर्द मेरे लिए असहनीय है। अपना जीवन मत त्यागो। अगर आपको साहस से लड़ने वाला नेता चाहिए तो मुझे भी साहस से लड़ने वाला कार्यकर्ता चाहिए। मैं अपने लोगों को खोना नहीं चाहती... मैं हार से निराश नहीं होती लेकिन ऐसी घटनाएं मुझे झकझोर देती हैं।' मैं आज बहुत परेशान हूं।
पंकजा समर्थक अपनी नेत्री की हार से दुखी हो आत्महत्या कर रहे हैं। पंकजा लगातार अपने समर्थकों कार्यकर्ताओं से इतना भयानक कदम न उठाने की दरख्वास्त कर रही हैं। विभिन्न पोस्ट्स में सिर्फ एक अपील की परिवार के लिए जिएं और ऐसा न करें। उनका पहला पोस्ट 9 जून को किया था। इसमें लिखा था- केवल वही अपनी जान जोखिम में डालेगा जिसे मुझ पर विश्वास नहीं है...मैं लड़ रही हूं और धैर्य रख रही हूं, आप भी सकारात्मक रहें और धैर्य रखें..क्या कोई जानता है कि मेरे लिए अपनी जान देना कितना कठिन है??मैं बहुत दोषी और दुखी महसूस कर रहा हूं.. .मैंने हार स्वीकार कर ली है और उसे पचा लिया है। अंधेरी रात के बाद सुंदर रोशनी है आप मेरे जीवन की रोशनी हैं .. कृपया शांत और सकारात्मक रहें।
पंकजा मुंडे लगातार शोक ग्रस्त परिवार से मिल रही हैं। सोमवार को अंबाजोगाई तालुक के दिघोल अंबा स्थित पांडुरंग सोनवणे के घर पहुंची और उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। पंकजा मुंडे के कट्टर समर्थक रहे पांडुरंग सोनवणे को बीड लोकसभा चुनाव में पंकजा मुंडे की हार से झटका लगा है। पांडुरंग सोनावणे के घर से बाहर निकलने के बाद पंकजा मुंडे ने मीडिया से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं एक बहादुर सेनानी हूं, लेकिन फिलहाल मैं इन चीजों से काफी हिल गया हूं। मैं इस परिवार के पीछे खड़ा रहूंगा लेकिन मैं आत्महत्या जैसी किसी बात का समर्थन नहीं करूंगा।
आगे कहा- मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे ऐसा कुछ न करें।' मैं अपने बच्चों और परिवार को मुसीबत में छोड़कर आत्महत्या नहीं करना चाहूंगी।' मेरी आपसे विनती है कि अगर आप अपने प्यार का इजहार करना चाहते हैं तो मैं आपको इसका मौका जरूर दूंगी...लेकिन अपनी जान न गंवाएं। इसे ऐसे देखें कि आपकी जान में मेरी जान है, निराशा से बाहर आओ ये एक कसम है, जैसे नेता वैसा कार्यकर्ता होना चाहिए...अपने गुस्से और प्यार को अपने व्यवहार, काम और प्रयास से व्यक्त करें।
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पब्लिश्ड June 17th 2024, 19:44 IST