अपडेटेड 1 June 2024 at 10:21 IST

निर्दलीय पवन सिंह काराकाट सीट पर NDA को पहुंचाएंगे नुकसान? आसनसोल में BJP के टिकट पर नहीं थे तैयार

लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण के लिए बिहार की जिन 8 सीटों पर वोटिंग हो रही है उनमें सबसे हॉट काराकाट सीट भी शामिल हैं। पवन सिंह यहां से निर्दलीयउम्मीदवार हैं।

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Pawan Singh
पवन सिंह | Image: X- @PawanSingh909

लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Election) अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। चुनाव महाकुंभ का आज अंतिम दिन है। अब तक का दूसरा सबसे लंबा चलने वाला आम चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के लिए आज, 1 जून को वोटिंग हो रही है। पीएम मोदी समेत 904 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला जनता करने जा रही है। आखिरी चरण में बिहार की 8 सीटों पर वोटिंग हो रही है।

सातवें और आखिरी चरण के लिए बिहार की जिन 8 सीटों पर वोटिंग हो रही है उनमें पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, जहानाबाद, नालंदा, काराकाट और सासाराम सीट है। इस चरण में बिहार से दो केंद्रीय मंत्री समेत भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह (Pawan Singh) की किस्मत भी EVM में कैद हो जाएगी। पवन सिंह पहली बार चुनावी पिच पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उतरे हैं।

काराकाट से पवन सिंह निर्दलीय उम्मीदवार

लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार से एक नाम जो काफी चर्चा में हैं वो है भोजपुरी सुपर स्टार पवन सिंह। इसके साथ ही राज्य की  40 लोकसभा की सीटों में से सबसे ज्यादा चर्चा जिस सीट की है वो काराकाट। वजह है यहां से अभिनेता पवन सिंह के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरना। उनका यह फैसला कितना सही है ये तो भविष्य में पता चलेगा। मगर जनता आज उनकी किस्मत का फैसला जरूर करेगी।

 BJP ने पवन को आसनसोल से दिया था टिकट

पवन सिंह को BJP का दामन थामने का बड़ा फायदा मिला था। लोकसभा चुनाव के लिए BJP ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से उम्मीदवार बनाया था। पहली सूची में ही उनका नाम जारी भी कर दिया गया था। पार्टी से टिकट मिलने पर पवन ने खुशी भी जताई थी। मगर 24 घंटे के अंदर ही उन्होंने इस सीट से चुनाव लड़ने से इनकार भी कर दिया था। इनकार के पीछे क्या वजह थी एक्टर ने कभी खुलकर नहीं बताई। बात में पावर स्टार ने सोशल मीडिया के जरिए काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।

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NDA के वोट में सेंध लगाएंगे पवन?

पवन सिंह ने एक पोस्ट के जरिए काराकाट सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, जिसमें लिखा था, एक मां का वचन इस धरती के वजन से भी ज्यादा होता है। मैंने अपनी मां से वादा किया था कि इस बार चुनाव लड़ूंगा। मैं लोकसभा चुनाव में बिहार के काराकाट से खड़ा होऊंगा। जय माता दी। 1 जून को सातवें चरण में इस सीट पर मतदान हो रहा। अब सवाल यह है कि क्या पवन सिंह के आने से NDA के वोटों में सेंध लगेगी?

पवन सिंह की काराकाट में धुआधार एंट्री ने इस सीट को हॉट बना दिया है। पहले इस पर  NDA और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही थी।  NDA की ओर से यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलएम अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा मैदान में हैं जबकि महागठबंधन की ओर से सीपीआईएमएल के राजाराम सिंह मैदान में हैं। पवन सिंह की एंट्री से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

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काराकाट सीट का समीकरण

काराकाट लोकसभा क्षेत्र 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। जहां तक जातीय  समीकरण की बात है तो काराकाट लोकसभा क्षेत्र में यादव वोटर्स सबसे ज्यादा हैं। इनकी आबादी कुल 3 लाख है तो ढाई लाख कोइरी-कुर्मी, करीब डेढ़ लाख मुस्लिम, 2 लाख राजपूत, वैश्य 2 लाख, ब्राह्मण 75 हजार और भूमिहार आबादी 50 हजार के करीब है। यहां 2014 में उपेंद्र कुशवाहा जीते तो 2019 में हार का सामना करना पड़ा।2024 में उन्हें एनडीए गठबंधन में फिर आजमाया जा रहा है। कुशवाहा और राजाराम सिंह पुराने खिलाड़ी हैं तो पवन सिंह के साथ उनका स्टारडम है। जनता किसका साथ देगी किससे पलड़ा झटकेगी ये 4 जून को साफ हो जाएगा।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 1 June 2024 at 09:32 IST