अपडेटेड 8 March 2024 at 15:18 IST

लोकसभा चुनाव: 15 साल बाद PM मोदी के साथ देश का ये दिग्गज नेता! मिशन 400 की ओर एक कदम और आगे बढ़ा NDA

बीजेपी के कुनबे में एक और दल की एंट्री तय मानी जा रही है। मिशन 400 पार में आस्था ओडिशा के बीजेडी ने दिखाई है।

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PM Modi and Navin Patnaik
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नवीन पटनायक | Image: PTI - File

BJD BJP Alliance: नवीन पटनायक की पार्टी 15 साल बाद एनडीए में वापसी करने को तैयार है। ये सियासी गलियारों में सुर्खियों का और विपक्षी खेमे के लिए टेंशन का सबब बन गई है। ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक अपने गढ़ को और मजबूत करने के लिए लगातार अपने नेताओं से मंथन कर रहे हैं। सूत्र बता रहे हैं कि दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत काफी आगे पहुंच गई है और कभी भी इसका ऐलान किया जा सकता है।

आखिर दोनों के बीच गठबंधन होगा ये क्यों और किस आधार पर कहा जा रहा है। तो खबर है कि पटनायक के दो सीनियर नेताओं ने दिल्ली में अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीयाध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर उन्हें अपनी स्थिति से रूबरू कराया है।

बन गई बात!

ओडिशा के मजबूत क्षत्रप माने जाते हैं नवीन पटनायक। कहा जा रहा है कि सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है और बस स्वरूप को लेकर पटनायक ने भुवनेश्वर स्थित अपने आवास पर बीजेडी के सीनियर नेताओं से बातचीत की है। भाजपा भी अपने नेताओं से सूबे की नब्ज टटोल चुकी है। यहां  सभी 147 विधानसभा सीटों और 21 लोकसभा सीटों के वर्तमान हालातों के बारे में गहन विचार विमर्श हुआ। इसके बाद भाजपा के नेताओं ने कहा- अब फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेगा।  इस बीच खबर है कि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ओडिशा बीजेपी अध्यक्ष मनमोहन सामल और पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम नई दिल्ली में कोर कमेटी की बैठक में शामिल हुए। ओडिशा के समीकरणों को लेकर शाह और नड्डा से बात हुई।

पहले भी बीजेडी ने दिए थे संकेत

हाल ही  में ओडिशा पहुंचे पीएम ने सीएम नवीन पटनायक की तारीफ की।  पटनायक ने भी सराहा था। इसके बाद से ही गठबंधन को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई थी। बीजेडी भी संसद में कई मु्द्दों पर मोदी सरकार के एजेंडे का समर्थन करती रही है। बीजेडी की ओर से लगातार सॉफ्ट रवैया भाजपा और एनडीए के लिए अपनाते देखा गया। हाल ही में राज्यसभा सीट पर अश्विनी वैष्णव की उम्मीदवारी का खुलकर समर्थन किया। एक लेटर जारी कर कहा कि प्रदेश हित में वो अश्विनी वैष्णव को अपना समर्थन देते हैं। वो भी तब जब बीजेपी के पास अश्विनी वैष्णव को राज्यसभा पहुंचाने के लिए पर्याप्त नंबर नहीं थे।

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सीट शेयरिंग फॉर्मूला क्या?

बीजेपी और बीजेडी के अंदरूनी लोगों की मानें तो सीट शेयरिंग पर बात फाइनल हो चुकी है। तय मापदंड के मुताबिक बीजेपी लोकसभा में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बीजद विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारेगी। कहा जा रहा है कि बीजद 100 से ज्यादा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। अगर गठबंधन होता है तो दोनों दलों का हित सधेगा।  बीजेपी केंद्र में रिकॉर्ड मार्जिन के साथ सरकार बनाने पर केंद्रित है तो बीजेडी लगातार छठी बार ओडिशा में परचम लहराना चाहती है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजद ने 12 और बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत हासिल की थी। ओडिशा में 21 लोकसभा सीटें हैं वहीं विधानसभा में सिचुएशन अलग थी। बीजद ने 112 और बीजेपी ने 23 सीटें जीती थीं।  2009 में दोनों का साथ टूटा था।

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Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 8 March 2024 at 15:09 IST