अपडेटेड 16 March 2024 at 19:04 IST
आजमगढ़ में दिलचस्प हुआ लोकसभा चुनाव, निरहुआ VS धर्मेंद्र यादव की जंग में किसका पलड़ा भारी?
सपा ने धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा है। इस ऐलान के बाद एक बार फिर आगमगढ़ में निरहुआ VS धर्मेंद्र यादव की जंग देखने को मिलेगी।
- चुनाव न्यूज़
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Lok Sabha Election 2024 : समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनावों के लिए 6 उम्मीदवारों की 5वीं लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा गया है। इस ऐलान के बाद एक बार फिर आगमगढ़ में निरहुआ VS धर्मेंद्र यादव की जंग देखने को मिलेगी।
समाजवादी पार्टी की पांचवी लिस्ट में 6 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है।
समाजवादी पार्टी की 5वीं लिस्ट
- डॉ. महेंद्र नागर- गौतमबुद्ध नगर
- मनोज कुमार राजवंशी- मिश्रिख
- भीम निषाद- सुल्तानपुर
- जितेंद्र दोहरे- इटावा
- नारायणदास अहिरवार- जालौन
- धर्मेंद्र यादव- आजमगढ़
आजमगढ़ में फिर एक बार निरहुआ VS धर्मेंद्र यादव
समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ से चुनाव मैदान में उतरने के बाद एक बार फिर ये सवाल खड़ा हो गया कि क्या सपा इस सीट को दोबारा वापस ले पाएगी या दिनेश लाल यादव उर्फ 'निरहुआ' एक बार फिर कमल खिलाकर पीएम मोदी के हाथों को मजबूत करेंगे। चुनाव में एक बार फिर निरहुआ vs धर्मेंद्र यादव की जंद देखने को मिलेगी।
साल 2022 में हुए उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी के दिनेश लाल यादव ने अखिलेश यादव के प्रतिनिधि के रूप में चुनाव लड़ने वाले धर्मेंद्र यादव को 8 हजार वोटों से हरा दिया था। अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद आजमगढ़ की सीट को छोड़ दिया था।
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क्या रहा उपचुनाव का नतीजा?
2022 में हुए उपचुनाव में बीजेपी के दिनेश लाल यादव समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव को 8 हजार वोटों से हराया था। निरहुआ को उपचुनाव में 3 लाख 12 हजार वोट मिले थे तो धर्मेंद्र यादव को 3 लाख 4 हजार वोट मिले। इसके अलावा बहुजन समाजवादी पार्टी के शाह आलम गुड्डू जमाली को 2 लाख 66 हजार वोट हासिल किए थे।
2019 में आजमगढ़ का चुनाव परिणाम
2019 के लोकसभा चुनावों की बात करें तो इस यादव-मुस्लिम बाहुल सीट पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ी जीत हासिल की थी। उन्हें 6 लाख 21 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर बीजेपी के दिनेश लाल यादव रहे, जिन्हें 3 लाख 61 हजार वोट मिले थे। 2019 में सपा-बसपा एक साथ चुनाव लड़ी थी, जिसका सीधा फायदा इस सीट पर अखिलेश यादव को हुआ था।
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2024 में कैसी रहेगी आजमगढ़ की तस्वीर?
भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ पर भरोसा जाताया है और उन्हें आजमगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा है। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर धर्मेंद्र यादव पर दांव लगाया है। लेकिन उपचुनावों की तरह इस बार भी सपा की राह आसान होती नहीं दिख रही है क्योंकि इस बार बहुजन समाजवादी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। यदि बसपा किसी मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारती है तो मुस्लिम वोटों का बिखराव तय है और इसका खामियाजा सपा के हार के रुप में भुगतना पड़ सकता है।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 16 March 2024 at 19:04 IST