अपडेटेड 27 March 2024 at 14:07 IST
मुरादाबाद सीट पर सपा में कन्फ्यूजन, एसटी हसन और रुचि वीरा दोनों ने किया नामांकन, क्या करेंगे अखिलेश?
INDI गठबंधन से लड़ाई लड़ने वाले अखिलेश यादव अपने घर में भी घिर गए हैं। किसको थमाएं टिकट और किसके हाथ से छीने इसे लेकर उलझ गए हैं। ऐसी ही एक सीट मुरादाबाद की है।
- चुनाव न्यूज़
- 3 min read

Akhilesh Yadav Confusion: 24 घंटे में तीन ऐसी खबरें आईं जो सपा सुप्रीमो के कंफ्यूजन की ओर इशारा करती हैं। पार्टी में क्या उनकी चल पा रही है या फिर दल के दिग्गज उनकी चलने नहीं दे रहे हैं ये सवाल पूछा जाने लगा है। पहली खबर आई कि एसटी हसन को टिकट दे दिया गया है, उन्होंने 26 मार्च को नामांकन दाखिल भी कर दिया। फिर शोर मचा कि रुचि वीरा को टिकट थमाया जा रहा है, हसन का पत्ता साफ हो गया है। नतीजतन सड़क पर उतरे सपा कार्यकर्ताओं ने खूब हंगामा किया। अटकलबाजी और कयासबाजी के बीच एक और खबर आई।
हल्ला मचा कि विरोध को देखते हुए रुचि वीरा का टिकट काट दिया गया है। अचानक दोपहर करीब 1 बजे वो नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचीं। सवालों से घिरीं तो कहा आप पार्टी सुप्रीमो से बात करें।
एसटी हसन बनाम रुचि वीरा में फंसे अखिलेश
पल-पल सपा के भीतर और बाहर चल रहा खेल अखिलेश की कशमकश को जाहिर कर रहा है। रुचि वीरा के नामांकन के बाद अफवाह जोरों पर है कि आजम खेमे की रुचि को अखिलेश ने मना किया था लेकिन वो नहीं मानीं। नामांकन दाखिल कर दिया और चर्चा है कि उन पर एक्शन लिया जा सकता है। अखिलेश की मुसीबत भी यही है। किसको मनाएं, किससे पिंड छुड़ाएं। एसटी हसन को मना कर सड़क पर संग्राम छिड़ते देख चुके हैं तो आजम की नाराजगी झेलने का हौसला भी शायद उतनी नहीं है।
एस टी हसन बनाम आजम में उलझी सपा
एसटी हसन की जगह रुचिवीरा के नाम की चर्चा कम हैरानी वाली बात नहीं। हसन सिटिंग एमएलए रहे हैं। सपा के टिकट पर 2019 में ठीक ठाक जीत हासिल की फिर आखिर ऐसा क्या हुआ कि उनके नाम पर मुहर न लगने की बात सामने आई। कहा जाता है कि आजम और हसन में बनती नहीं है और रूचिवीरा आजम खान खेमे की हैं। हसन के साथ खेला यूं ही नहीं हुआ। कहा जा रहा है कि आजम की नाराजगी से बचने के लिए ही सपा अध्यक्ष ने रूचिवीरा के नाम पर हामी भर दी है। कहा ये भी गया कि एस टी हसन को रामपुर सीट ऑफर की गई जिसे उन्होंने सिरे खारिज कर दिया। एक खबर और आई कि अखिलेश हसन को पहले से ही मुरादाबाद से टिकट दे चुके हैं और इसलिए हसन ने नामांकन दाखिल भी कर दिया।
Advertisement
सपाई उलझन के तीन पात्र हैं। एसटी हसन, रुचिवीरा और तीसरे अहम किरदार आजम खान। ऐसा उलझाया है कि सब फंस कर रह गए हैं। रामपुर को लेकर अड़े थे तो कहा जा रहा है कि अखिलेश ने मान मनौव्वल के चक्कर में हसन की जगह रुचिवीरा को टिकट थमा दिया। मुरादाबाद में अखिलेश की मुहर से बात आगे बढ़ चुकी है।
ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: बिहार में सीट शेयरिंग पर फंसा पेच, कैसे होगा RJD-Congress में बंटवारा
Advertisement
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 27 March 2024 at 13:47 IST