अपडेटेड 19 March 2024 at 12:28 IST
कुरुक्षेत्र से शालू जिंदल को टिकट थमाना चाहती है BJP! जाने कौन हैं रसूखदार परिवार की बहू
हरियाणा कांग्रेस का बड़ा नाम हैं जिंदल और अब इस फैमिली से भी पार्टी को जोर का झटका लगने वाला है। कौन हैं वो जिन्हें लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
- चुनाव न्यूज़
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Shallu Jindal News: कुरुक्षेत्र में भाजपा शालू जिंदल को लोकसभा चुनाव के लिए टिकट थमा सकती है। रसूखदार जिंदल फैमिली की बहू कांग्रेस के पूर्व सांसद नवीन जिंदल की पत्नी हैं। तो क्या कांग्रेस का साथ एक और परिवार छोड़ देगा? आखिर क्यों इनके नाम पर विचार किया जा रहा है वजह है तो है क्या? हाल ही में नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के सीएम का पद्भार संभाला। वो कुरुक्षेत्र से ही सांसद थे।
अब इस सीट पर किसे टिकट थमाया जाएगा इसे लेकर भाजपा में मंथन शुरू हो गया। सैनी की सीट पर उन्हीं की तरह के कद्दावर की तलाश एक शख्सियत पर रुकी और वो हैं शालू जिंदल। काफी लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता और रसूखदार परिवार की बहू। कांग्रेसी परिवार की सबसे मुफीद उम्मीदवार।
एक विज्ञापन और कांग्रेस से दूरी...
कुरुक्षेत्र में जिंदल परिवार की अच्छी पैठ है। इन दिनों हलचल तेज हो गई। फिलहाल इस फैमिली से कोई भी लोकसभा सांसद नहीं है। नवीन जिंदल ने 2019 में ही ऐन मौके पर कांग्रेस से लड़ने से इनकार कर दिया था। इस बीच कई बार उनके और उनकी मां के भाजपा में शामिल होने की अटकलें भी लगाई गईं। स्थानीय मीडिया में खबर जोरो शोरों से सुर्खियां बटोर रही है। कुरुक्षेत्र स्थित जिंदल हाउस में साफ-सफाई का काम शुरू हो चुका है। 2019 से कुरुक्षेत्र और करनाल स्थित जिंदल हाउस लगभग बंद पड़े हैं।
जिंदल परिवार का ट्रस्ट हिसार में महाराज अग्रसेन मेडिकल संस्थान चलाता है। हाल ही में नेशनल मेडिकल कमिशन रिपोर्ट में उत्तर भारत में पहला पायदान हासिल करने में कामयाब रहा। इसी रैंकिंग पर फैमिली की ओर से एक विज्ञापन छापा गया। केंद्र सरकार का आभार जताते हुए जिंदल ग्रुप और जिंदल परिवार की और से न्यूज पेपर में पीएम नरेंद्र मोदी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की तस्वीर संग में छापी थी।
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शालू पसंद क्यों?
शालू जिंदल की दावेदारी वाली बात इसलिए सुर्खियों में है क्योंकि महागठबंधन से आप के कैंडिडेट को उतार दिया गया। आम आदमी पार्टी ने कुरुक्षेत्र सीट से सुशील गुप्ता को टिकट थमाया है। इनेलो से अभय चौटाला खुद रण में हैं। कास्ट इक्वेशन कुछ ऐसा बन गया है कि BJP को वैश्य बिरादरी का उम्मीदवार उतारना बेहतर लग रहा है। जिंदल इस सांचे में फिट बैठते हैं। परिवार का कुरुक्षेत्र सीट से पुराना नाता है। नवीन जिंदल लगातार दो बार (2004 और 2009) लोकसभा चुनाव में विजयी रहे हैं। उनके पिता स्व. ओमप्रकाश जिंदल ने हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) के टिकट पर यहां से 1996 में जीत हासिल की थी।
बेदाग, खूबियों से भरपूर शालू
शालू जिंदल की पहचान बड़ा रसूखदार परिवार ही नहीं बल्कि सामाजिक कार्यों में सक्रियता भी रही है। 2014 में काफी एक्टिवली चुनावी कैंपेन में शामिल रहीं। कई मशहूर हस्तियों के साथ रोड शो किया। खुद भी अच्छी क्लासिकल डांसर रही हैं। ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी की चांसलर हैं और पंजाब के नामी ओसवाल परिवार की बेटी हैं।
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Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 19 March 2024 at 12:15 IST