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Updated April 24th, 2024 at 16:55 IST

जिस हैदराबाद सीट पर 40 साल से ओवैसी परिवार का कब्जा! वहां माधवी लता कैसे छुड़ा रही पसीने?

असदुद्दीन ओवैसी को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने इस बार फायर ब्रांड माधवी लता को मैदान में उतारा है। सनातन की पैरोकार माधवी लता हिंदुत्ववाद का बड़ा चेहरा हैं।

Reported by: Sagar Singh
Hyderabad Lok Sabha seat
माधवी लता कैसे छुड़ा रही पसीने? | Image:Republic
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Hyderabad Lok Sabha seat : चुनावी प्रचार का शोर, उसमें दावे और विरोधियों पर हमले का दौर हर लोकसभा सीट पर जारी है, लेकिन तेलंगाना की हैदराबाद सीट देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस सीट पर पिछले 40 साल से ओवैसी फैमिली का कब्जा है। हैदराबाद को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के परिवार की परंपरागत सीट माना जाता है। इसका कारण ये है कि यहां से ओवैसी के पिता सलाहुद्दीन ओवैसी 6 बार जीतकर सदन पहुंचे और उनके बाद लगातार 4 बार असदुद्दीन ओवैसी सांसद चुने जा चुके हैं।

40 साल से ओवैसी परिवार जिस सीट पर कब्जा जमाए हुए। इस बाद वहां निजाम हिलता हुआ नजर आ रहा है। बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता के पक्ष में हो रही चुनावी रैली और रोड शो में उमड़ी भीड़ बता रही है कि इस मामला टक्कर का है। मिशन 400 पार के लक्ष्य को सामने रखते हुए उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक बीजेपी हर सीट पर पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ रही है। हैदराबाद की लड़ाई इस बार मामूली नहीं है, माधवी लता ने चार दशक लंबी ओवैसी परिवार की निजामी को कड़ी चुनौती दे रखी है। माधवी लता हर रोज ओवैसी के सामने अपने तर्कसंगत सवालों के लेकर खड़ी हो जाती हैं।

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बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता और अनुराग ठाकुर का रोड शो

मुस्लिम वोटर्स की बहुलता

मुस्लिम वोटर्स की बहुलता वाली हैदराबाद लोकसभा सीट पर पहली बार 1952 आम चुनाव में चुनाव हुआ था। 1980 में केएस नारायण के सांसद चुने जाने के बाद से हैदराबाद लोकसभा सीट से लगातार ओवैसी परिवार जीत दर्ज करता आ रहा है। बावजूद इसके माधवी लता का भाषण, प्रचार करने का अंदाज और बोलने के तरीके ने विरोधी खेमे में बेचैनी बढ़ा दी है। इस सीट पर 20 लाख से अधिक वोटर्स हैं। जिसमें 11 लाख 55 हजार से अधिक मुस्लिम हैं। 2011 जनगणना के मुताबिक SC वोटर्स की संख्या 82 हजार 233 और ST वोटर्स 25 हजार 453 है।

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कौन हैं माधवी लता?

असदुद्दीन ओवैसी को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने इस बार फायर ब्रांड माधवी लता को मैदान में उतारा है। जिनको लेकर जन समर्थन सड़क से सभा तक दिखता है। सनातन की पैरोकार माधवी लता हिंदुत्ववाद का बड़ा चेहरा हैं। खुलकर ओवैसी के खिलाफ बोलती हैं और मुस्लिम महिलाओं में भी इनकी पैठ है। पिछले दो चुनाव से बीजेपी हैदराबाद में दमदारी से लड़ रही है। माधवी नया चेहरा है, लेकिन पहचान पुरानी है। स्थानीय लोग उन्हें प्रखर हिंदू नेता के साथ सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जानते हैं।

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माधवी लता समाज सेवा के काम से जुड़ी हुई हैं। वो गौशाला चलाने के साथ ही स्लम बस्तियों की मुस्लिम महिलाओं के सुख-दुख में खड़ी रहती हैं। उन्हें आर्थिक सहायता दिलाने का काम करती हैं। सनातन की प्रखर वक्ता होने के साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। माधवी लता को तीन तलाक जैसे मुद्दे पर काम करने वाली और गरीब मुस्लिम महिलाओं का भी समर्थन है।

2019 का चुनाव परिणाम

भारत की आजादी के बाद से अभी तक हैदराबाद सीट पर कुल 17 लोकसभा चुनाव हुए हैं। जिसमें दस बार ओवैसी परिवार ने जीत दर्ज की है। 2019 आम चुनाव की बात करें तो असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी उम्मीदवार भगवंत राव को 2 लाख 82 हजार 186 वोटों से हराया था। इस चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी को 5 लाख 17 हजार 471 वोट और बीजेपी के भगवंत राव को 2 लाख 35 हजार 285 वोट मिले थे। तेलंगाना राष्ट्र समिति के उम्मीदवार पुस्ते श्रीकंड को महज 63 हजार 239 वोट मिले थे। चौथे नंबर पर कांग्रेस के उम्मीदवार फिरोज खान को 49 हजार 944 वोट हासिल हुए थे।

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Published April 24th, 2024 at 16:55 IST

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