अपडेटेड April 30th 2024, 22:56 IST
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रचार के दौरान कई नेता लगातार मर्यादा की सीमा लांघते हुए नजर आ रहे हैं। इस लिस्ट में ताजा नाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी मारिया आलम खां का है। सपा नेता ने चुनावी रैली में 'वोट जिहाद' का मुद्दा उठाकर विवाद को जन्म दे दिया है। मारिया ने जनता के सामने मंच से कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के सामने मौजूदा हालत में वोट जिहाद जरूरी है।
सपा की इस चुनावी रैली में सलमान खुर्शीद भी मौजूद थे और बवाल बचने के बाद उन्होंने अपनी भतीजी का बचाव करते हुए कहा कि आमतौर पर हम लोग ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने से बचते हैं क्योंकि इसका शाब्दिक अर्थ गलत लगा लिया जाता है।
सपा प्रत्याशी की फर्रूखाबाद जनसभा में जनता को संबोधित करते हुए मारिया आलम खां ने कहा कि बहुत अक्लमंदी के साथ, बहुत जज्बाती ना होकर, खामोशी के साथ 'वोटों का जिहाद' करो। वोट जिहाद जरूरी है और ऐसा कर हम इस संघी सरकार को भगाने का काम कर सकते हैं।
सलमान खुर्शीद की भतीजी ने आगे भी भड़काऊ बयान जारी रखा। उन्होंने कहा- ''हम लड़ रहे हैं आपके लिए, संघर्ष कर रहे हैं लेकिन अगर आप साथ नहीं दोगे तो हम अकेले कुछ नहीं कर पाएंगे। लोकतंत्र खतरे में है। इंसानियत खतरे में है, अगर मुल्क को बचाना चाहते हो और इस मुल्क की खूबसूरती को बचाना चाहते हो तो इस बार किसी के बहकावे में मत आओ क्योंकि हमारी अकलमंदी ही हमारे मुल्क को बचा पाएगी।''
सलमान खुर्शीद की भतीजी के 'वोट जिहाद' वाली अपील के बाद बीजेपी ने उनपर जमकर निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि फरुखाबाद में कांग्रेस पार्टी के नेता सलमान खुर्शीद के परिजन वोट जिहाद की बात कर रहे हैं। निर्वाचन आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस और सपा NDA की बड़ी जीत को सामने देखकर बौखलाहट में वोट जिहाद की बात कर रही है। ऐसे लोगों को चुनाव में हराकर मजा चखाना चाहिए जो समाज को बांटने की बात करते हैं।
पब्लिश्ड April 30th 2024, 12:17 IST