अपडेटेड 17 June 2024 at 14:09 IST
वायकर को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने से रोका जाना चाहिए: संजय राउत
राउत ने किसी का नाम लिए बगैर दावा किया कि वायकर के एक रिश्तेदार मतगणना वाले दिन से पहले कई बार वनराई पुलिस थाने में गए थे।
- चुनाव न्यूज़
- 3 min read

EVM Row: मुंबई के उत्तर पश्चिम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से रवीन्द्र वायकर के 48 मतों के अंतर से जीत के बाद खड़े हुए विवाद के बीच, सोमवार को शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि वायकर को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने से रोका जाना चाहिए।
मुंबई में वनराई पुलिस ने वायकर के एक रिश्तेदार के खिलाफ गोरेगांव में एक मतगणना केंद्र पर चार जून को परिणाम घोषित होने वाले दिन कथित रूप से मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया है।
राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘वायकर की चुनावी जीत संदेह के घेरे में है और मुंबई के वनराई पुलिस थाने में पहले ही शिकायत दर्ज करा दी गई है। चुनाव परिणाम को लेकर जारी विवाद के कारण वायकर को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने से रोका जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर जांच पूरी होने तक उन्हें लोकसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित होने से रोक दिया जाए तो यही सच्चा लोकतंत्र होगा।’’
Advertisement
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के उम्मीदवार वायकर ने चार जून को उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) के अमोल कीर्तिकर को 48 मतों के अंतर से हरा दिया था। राउत ने किसी का नाम लिए बगैर दावा किया कि वायकर के एक रिश्तेदार मतगणना वाले दिन से पहले कई बार वनराई पुलिस थाने में गए थे। उन्होंने जानना चाहा कि इसके पीछे क्या कारण था।
राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘वह वहां क्यों गए थे? क्या वह कोई सौदा करवाने की कोशिश कर रहे थे? इस बारे में खुलासा किया जाना चाहिए, नहीं तो मैं ही उनका पर्दाफाश कर दूंगा।’’
Advertisement
राउत ने वायकर के एक रिश्तेदार द्वारा मतगणना केंद्र पर कथित तौर पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल किए जाने को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में फॉरेंसिक प्रयोगशालाएं गृह विभाग का हिस्सा हैं। गृह विभाग का प्रभार भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास है। अगर पुणे पोर्श कार दुर्घटना (आरोपी) के रक्त के नमूने बदले जा सकते हैं तो कल्पना की जा सकती है कि पुलिस हिरासत में एक फोन और उसके डेटा के साथ क्या हो सकता है।’’
ईवीएम से छेड़छाड़ के दावों को लेकर रविवार को ताजा राजनीतिक बहस शुरू हो गई जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एवं अन्य विपक्षी नेताओं ने एक खबर का हवाला दिया जिसमें दावा किया गया है कि चार जून को मतगणना के दौरान वायकर के एक रिश्तेदार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से ‘‘कनेक्टिड’’ मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए पाया गया था।
हालांकि, लोकसभा सीट की निर्वाचन अधिकारी वंदना सूर्यवंशी ने इस खबर को ‘‘झूठी’’ बताकर खारिज कर दिया और कहा कि ईवीएम एक स्वतंत्र प्रणाली है और इसे ‘अनलॉक’ करने के लिए किसी ओटीपी की कोई जरूरत नहीं होती है। भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा और मांग की कि निर्वाचन आयोग को उन सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाना चाहिए जिन्होंने खबर साझा करके ‘‘झूठ को बढ़ावा दिया’’।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 17 June 2024 at 14:09 IST