अपडेटेड 16 March 2024 at 19:06 IST

'अधूरी हसरतों का इल्ज़ाम हर बार हम पर लगाना ठीक नहीं...',EVM से जुड़े सवाल पर CEC का कटाक्ष

CEC राजीव कुमार ने कहा कि देश की अदालतों ने 40 बार ईवीएम को लेकर दी गई चुनौतियों को खारिज किया है और अब तो अदालतें जुर्माना भी लगाने लगी हैं।

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चुनाव की तारीखों का ऐलान करते समय EVM पर सवाल के जवाब में शायराना कटाक्ष करते हुए राजीव कुमार | Image: Republic YouTube Video Grab

देश में लोकसभा चुनाव सहित 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है, इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से जुड़े तमाम सवालों एवं दावों को खारिज करते हुए शनिवार को कहा कि वोटिंग मशीनें शत प्रतिशत सुरक्षित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश की अदालतों ने 40 बार ईवीएम को लेकर दी गई चुनौतियों को खारिज किया है और अब तो अदालतें जुर्माना भी लगाने लगी हैं।

सीईसी के अनुसार, '40 बार इस देश की संवैधानिक अदालतों ने ईपीएम से जुड़ी चुनौतियों को देखा है...कहा गया था कि ईवीएम हैक हो सकती है, चोरी हो जाती है, खराब हो सकती हैं, नतीजे बदल सकते हैं...हर बार संवैधानिक अदालतों ने इसे खारिज कर दिया।'

EVM में वायरस या छेड़छाड़ नहीं की जा सकती

उन्होंने कहा, अदालतों ने कहा कि इसमें वायरस नहीं हो सकता, छेड़छाड़ नहीं हो सकती...अब तो अदालत ने जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है। उच्चतम न्यायालय ने 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। कुमार ने एक किताब दिखाते हुए कहा, 'थोड़ा पढ़ने की कोशिश करिये। हमारी वेबसाइट पर है...कोई भी विशेषज्ञ बन जाता है।' उन्होंने कहा कि ईवीएम के युग में कई छोटे राजनीतिक दल अस्तित्व में आए, जबकि मतपत्रों के दौर में ऐसा नहीं था।

CEC राजीव कुमार ने किया कटाक्ष

कुमार का कहना था कि उम्मीदवारों के सामने मॉक पोल होता है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, 'अधूरी हसरतों का इल्जाम हर बार हम पर लगाना ठीक नहीं, वफा खुद से नहीं होती खता ईवीएम की कहते हो। बाद में गोया परिणाम आता है तो उस पर कायम नहीं रहते।' उन्होंने कहा, 'ईवीएम 100 प्रतिशत सुरक्षित हैं। हमने बहुत सारे सुधार किए हैं। एक-एक ईवीएम का नंबर उम्मीदवारों को दिया जाएगा।'

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देश में कुल 97 करोड़ वोटर

भारत में 97 करोड़ मतदाता हैं। 49.72 पुरुष मतदाता, जबकि 47.13 करोड़ महिला मतदाता हैं। 48044 थर्ड जेंडर वोटर्स हैं। 1.8 करोड़ नए मतदाता होंगे, जिनकी उम्र 18-19 साल की है। 20 से 29 साल के मतदाताओं की संख्या 19.74 करोड़ है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि 85 साल से अधिक उम्र के जितने भी मतदाता हैं उनके घर जाकर मतदान करवाया जाएगा। इस बार देश में पहली बार ये व्यवस्था एक साथ लागू होगी कि जो 85 साल से अधिक उम्र के मतदाता हैं और जिन्हें 40 प्रतिशत से अधिक की विकलांगता है, उनके पास हम फॉर्म पहुंचाएंगे अगर वो मतदान का ये विकल्प चुनते हैं।

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 16 March 2024 at 18:54 IST