अपडेटेड 2 May 2024 at 19:32 IST
बृजभूषण शरण सिंह का कटा टिकट, BJP ने कैसरगंज से करण भूषण सिंह को दिया मौका
BJP ने कैसरगंज से सासंद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कट दिया है। BJP ने बृजभूषण के बेटे करण भूषण सिंह को मौका दिया है।
- चुनाव न्यूज़
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Kaiserganj Lok Sabha : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी नई लिस्ट जारी करदी है। बीजेपी की इस लिस्ट में दो प्रत्याशियों का ऐलान किया है। पार्टी ने उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा से निवर्तमान सांसद बृजभूषण सिंह का टिकट काट दिया है। कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण सिंह की जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। बृजभूषण के बेटे करण भूषण बीजेपी के टिकट पर कैसरगंज से चुनाव लड़ेंगे।
वहीं बीजेपी ने इस लिस्ट में रायबरेली सीट से दिनेश प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया है। 2019 में इस सीट पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने अभी तक रायबरेली में अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। कैसरगंज सीट पर पहले से आशंका जताई जा रही थी कि बीजेपी वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे को टिकट दे सकती है।
बीजेपी ने निकाला बीच का रास्ता
बहुचर्चित सीट कैसरगंज लोकसभा सीट पर अभी दूसरे दलों के उम्मीदवारों के नाम पर ऐलान बाकी है। यहां से वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह है। बृजभूषण पर लगे आरोपों के बाद उनके टिकट कटने की अटकलें थीं, लेकिन बृजभूषण शरण सिंह की चुनावी तैयारियों को देखते हुए पार्टी उनके खिलाफ फैसला लेने में हिचक रही थी। अब बीजेपी ने इस सीट पर बीच का रास्ता निकाल कर बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया है। करण भूषण सिंह वर्तमान में यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं।
आप को बता दें कि महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ के तत्कालीन अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर शोषण के आरोप लगाए थे। इन आरोपों को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। आरोपों के बाद बृजभूषण शरण सिंह के टिकट पर पेंच फंस गया था, लेकिन बृजभूषण सिंह, ग्राउंड पर अपना काम और प्रचार जारी रखे हुए थे। यहां तक कि चुनावों के ऐलान से पहले ही उन्होंने अपना प्रचार शुरू कर दिया था। कैसरगंज में 3 मई को नामांकन का आखिरी दिन है।
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कैसरगंज सीट अहम क्यों ?
कैसरगंज लोकसभा सीट अयोध्या से सटी हुई है। यहां के चुनाव परिणाम का देश में संदेश जाएगा। अयोध्या से सटी होने की वजह से BJP सतर्क है। बृजभूषण शरण सिंह अब तक 6 बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। देवीपाटन मंडल के जिलों में उनका सियासी असर है। विधानसभा-लोकसभा चुनाव में बेहद एक्टिव रहते हैं और अवध की कई विधानसभा सीटों पर सीधा दखल रखते हैं। जनता से सीधा संवाद और सक्रियता उनकी ताकत है।
अपने करीबी को गोंडा का जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया है। पत्नी केतकी सिंह भी एक बार लोकसभा सांसद रहीं हैं। बेटे प्रतीक भूषण दो बार से गोंडा सीट से विधायक हैं और खुद 12 साल तक भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे हैं। अब उनके करीबी संजय सिंह कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 2 May 2024 at 16:45 IST