अपडेटेड 23 August 2024 at 18:40 IST
नेशनल कॉन्फ्रेंस की क्या है चुनावी गारंटी, जिसे BJP ने राष्ट्रविरोधी बताकर सीधा राहुल गांधी को घेरा?
अमित शाह ने राहुल गांधी से 10 सवाल पूछते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा दिया है।
- चुनाव न्यूज़
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Jammu Kashmir Elections: लंबे समय बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के साथ ही घाटी में राजनीति गर्म हो गई है। राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और जनता से बड़े-बड़े वादे करने शुरू कर दिए हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर जनता को 12 गारंटी दी हैं। इसमें अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करने और जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देना शामिल है। बीजेपी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के इस मेनिफेस्टो को राष्ट्रविरोधी बताया है और अब अमित शाह ने सीधा राहुल गांधी को ही घेर लिया है।
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र में फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली पार्टी ने केंद्र शासित प्रदेश में अलग-अलग वर्गों के लोगों को दिए गए अधिकारों को उलटने की कोशिश की है। अमित शाह ने नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर राहुल गांधी से 10 सवाल पूछे हैं। शाह ने X पर लिखा कि मोदी सरकार ने आर्टिकल 370 और 35A हटाने के बाद सालों से दलितों, आदिवासियों, पहाड़ियों और पिछड़ों के साथ हो रहे भेदभाव को खत्म करके उन्हें आरक्षण देने का काम किया। क्या राहुल गांधी JKNC के घोषणापत्र में उल्लेखित दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त करने वाले आरक्षण विरोधी प्रस्ताव का समर्थन करते हैं?
क्या है नेशनल कॉन्फ्रेंस का मेनिफेस्टो?
उमर अब्दुल्ला ने पार्टी का घोषणापत्र जारी कर 12 गारंटी दी थी। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 'नया कश्मीर' का सपना साकार होगा। अपने घोषणापत्र में सभी राजनीतिक कैदियों के लिए माफी और कश्मीरी पंडितों की फिर से सम्मानजनक वापसी का भी वादा किया है।
- विशेष दर्जा, पूर्ण राज्य का वादा
- अनुच्छेद 370 और 35 (ए) को बहाल करने का वादा
- पाकिस्तान के साथ बातचीत को प्रोत्साहित करेंगे
- कश्मीरी पंडितों की फिर से सम्मानजनक वापसी
- जेल में बंद कैदियों की रिहाई
- 200 यूनिट मुफ्त बिजली
- बिजली, पानी के संकट से राहत
- हर साल 12 LPG सिलेंडर मुफ्त
अमित शाह के 10 सवाल
नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र के वादों पर अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से 10 सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है।
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- क्या कांग्रेस ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन करती है?
- क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी धारा 370 और आर्टिकल 35A को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने के JKNC के निर्णय का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी, पाकिस्तान के साथ ‘LoC ट्रेड’ शुरू करने के नेशनल कांफ्रेंस के निर्णय से फिर से बॉर्डर पार से आतंकवाद और उसके इकोसिस्टम का पोषण करने का समर्थन करते हैं?
- क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है?
- इस गठबंधन से कांग्रेस पार्टी का आरक्षण विरोधी चेहरासामने आया है। क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के JKNC के वादे के साथ है?
- क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य पर्वत’ ‘तख़्त-ए-सुलिमान’ और ‘हरि पर्वत’ ‘कोह-ए-मारन’ के नाम से जाने जाएं?
- क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंक कर पाकिस्तान समर्थित गिने चुने परिवारों के हाथों में सौपने का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस पार्टी JKNC के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की JKNC की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं?
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 23 August 2024 at 18:40 IST