हिंदुस्तान में सियासी गलियारों में मजमा लगा हुआ है, तवा गर्म है और रोटियां सेंकने का दौर चरम पर पहुंच चुका है। देश के कोने-कोने में सियासत का पानी उबाल मार रहा है। वोटों की भूख में कुछ सियासतदान इस कदर अंधे हो चुके हैं कि वो क्या कर रहे हैं। ये वो खुद नहीं समझ पा रहे हैं। बयानबाजी बेहतर है, लेकिन बेतुकी बयानबाजी और राष्ट्रविरोधी के लहर में डूबकर कुछ भी उटपटांग बोल देना भला कैसे बेहतर हो सकता है। आजकल देश में कुछ ऐसा ही माहौल बन चुका है। चुनाव जब सिर पर होता है तो नेताजी लोग तिकड़मबाजी में जुट जाते हैं, खास तौर से वो नेताजी जिन्हें वोटबैंक की राजनीति चकमानी आती है। जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं का हाल कुछ ऐसा ही है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और बीजेपी की पूर्व साथी 'महबूबा' की ज़ुबान बेलगाम हो चुकी है। धारा 370 पर महबूबा मुफ्ती की खुली धमकी दी है और कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 से छेड़छाड़ की गई तो, देश का तिरंगा ना ही हमारे हाथों में होगा और ना ही कंधे पर रहेगा। 'छेड़ोगे 370, छोड़ेंगे तिरंगा' 370 जम्मू-कश्मीर और हिंदुस्तान के बीच एक पुल है ये पुल तोड़ोगे तो सोचना पड़ेगा कि क्या करें अभी तक हिंदुस्तान का झंडा थामा है 370 को हाथ लगाया तो झंडा ना हाथों में रहेगा, ना कंधों पर मैं ये चेतावनी देना चाहती हूं इस दौरान महबूबा ने BJP अध्यक्ष को ललकारते हुए ये कहा, ''अमित शाह साहब को मैं कहना चाहती हूं, अमित शाह साहब आप किसी मुंगेरी लाल के ख्वाब देख रहे हो। जो आप ये सोचते हो कि आर्टिकल 370 खत्म। 370 हिंदुस्तान और कश्मीर के लोगों के बीच में एक पुल है। जब आप इस पुल को तोड़ोगे, तो महबूबा मुफ्ती जैसी मेन स्ट्रीम पॉलिटिशियन, जो हिंदुस्तान की आहीन की कसम खाती हैं, जो जम्मू-कश्मीर के आहीन की कसम खाते हैं। हमको सोचना पड़ेगा कि हमको क्या करना है। हमने हिंदुस्तान का झंडा यहां फहराया है अगर आपने 370 के साथ छेड़छाड़ करा तो ये झंडा हमारे हाथों में भी नहीं रहेगा, हमारे कंधों पर भी नहीं रहेगा।'' एक आतंकी को महबूबा मुफ्ती निराश युवा करार देती हैं और भारत में रहकर तिरंगे के अपमान में बयानबाजी करती है जो वाकई शर्मनाक है। ये कोई पहली दफा नहीं था जब महबूबा का देशविरोधी बयान सामने आया है। इससे पहले महबूबा ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर कहा था, ''हमने देखा है कि कश्मीर का एक निराश युवा ने आत्मघाती हमला किया, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए।''