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Published 14:25 IST, August 24th 2024

Haryana election: कांग्रेस में CM कुर्सी के लिए सिर फुटव्वल, हुड्डा के बाद सैलजा ने ठोकी दावेदारी

कुमारी सैलजा ने हरियाणा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी पेश की और कहा कि हर समुदाय या व्यक्ति की महत्वाकांक्षा होती है, उनकी क्यों नहीं।

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Bhupinder Singh Hooda Vs Kumari Selja
हरियाणा में भूपेंद्र हुड्डा के बाद कुमारी शैलजा ने दावेदारी ठोकी। | Image: Facebook

Haryana Election News: कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हुए शुक्रवार को कहा कि हर समुदाय या व्यक्ति की महत्वाकांक्षा होती है और (उनकी) क्यों नहीं हो सकती। हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीट के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा। मतगणना चार अक्टूबर को होगी।

उन्होंने ‘पीटीआई’ के विशेष कार्यक्रम ‘‘4पार्लियामेंट स्ट्रीट’ में समाचार एजेंसी के संपादकों के साथ बातचीत में विधानसभा चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा का भी संकेत दिया और कहा कि वह राज्य में काम करने की इच्छुक हैं, लेकिन इस बारे में अंतिम फैसला कांग्रेस आलाकमान को करना है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘राज्य में जाकर काम करना है, यह मेरी इच्छा है। अंतिम फैसला आलाकमान करेगा।’’

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष और सिरसा से लोकसभा सदस्य ने राज्य में कांग्रेस के भीतर गुटबाजी को लेकर कहा कि हर संगठन में लोगों की महत्वाकांक्षा और व्यक्तिगत स्थान के लिए जद्दोजहद होती है, लेकिन टिकट वितरण के साथ ही सभी जमीन पर उतरकर पार्टी के लिए काम करते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस की तरफ से दलित समुदाय के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद का मौका मिलना चाहिए, सैलजा ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के नतीजे आए। हमें विश्वास है कि विधानसभा चुनाव में बहुत अच्छे नतीजे आएंगे और (कांग्रेस की) सरकार बनेगी। हमारे देश में जाति एक वास्तविकता है। सबकी उम्मीदें भी होती हैं, चाहे व्यक्तिगत रूप से हों या सामुदायिक रूप से, यह होता है।’’

उनके मुताबिक, अनुसूचित जाति समुदाय का अधिकतर वोट कांग्रेस की तरफ गया है और यह समुदाय कांग्रेस का आधार रहा है। सैलजा ने कहा, ‘‘उम्मीदें होती हैं। अगर कोई समुदाय या कोई भी, अपने आपको मुख्यमंत्री के रूप में पेश करता है और उम्मीद करता है, तो आज के दिन जागरूकता बढ़ चुकी है, एससी समुदाय क्यों नहीं? इतना विश्वास होना चाहिए कि हम भी खड़े होकर कहें कि हम क्यों नहीं?’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर और समुदाय के स्तर पर लोगों की महत्वाकांक्षाएं होती हैं। क्यों नहीं?’’

उनसे जब यह पूछा गया कि उनका कोई अधूरा काम या लक्ष्य रह गया है तो सैलजा ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर राज्य में मेरी भूमिका।’’

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इससे पहले, मुख्यमंत्री पद के चेहरे से जुड़े सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गत 13 अगस्त को कहा था कि वह न तो ‘टायर्ड’ हैं और न ही ‘रिटायर्ड’ हैं, लेकिन पार्टी को बहुमत मिलने पर आलाकमान मुख्यमंत्री के बारे में फैसला करेगा। इस सवाल पर कि क्या वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगी, सैलजा ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव से पहले भी मैंने कहा था कि केंद्र की राजनीति काफी कर ली है, तो इस बार राज्य में जाकर काम करें। एक सच्चाई है कि लोगों के काम राज्य से ज्यादा संबंधित रहते हैं। राज्य में जाकर काम करना है, यह मेरी इच्छा है। अंतिम फैसला आलाकमान ही करेगा, लेकिन इच्छा है।’’

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी में गुटबाजी से जुड़े सवाल पर सैलजा ने कहा, ‘‘मैं बहुत व्यावहारिक हूं। किसी भी संगठन में अपनी जगह बनाने की जद्दोजहद होती है, यह हर संगठन में होता है। महत्वाकांक्षा और अपने स्थान के लिए प्रयास होता है। लेकिन यह टिकट वितरण तक चलता है और इसके बाद सब जमीनी काम में लग जाते हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में ‘‘कांग्रेस कैम्प’’ है और सभी लोग पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। सैलजा ने विधानसभा चुनाव बाद गठबंधन की संभावना को खारिज करते हुए यह भी कहा कि इस बार कोई खंडित जनादेश नहीं आएगा और कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलेगा।

(PTI की खबर में सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया गया है।)

Updated 14:25 IST, August 24th 2024