अपडेटेड 28 November 2022 at 21:11 IST
'मौत का सौदागर' से 'नीच' तक: कांग्रेस का पीएम मोदी पर निजी हमले वाला दांव हर बार पड़ा उल्टा, जानें कैसे
पीएम मोदी पर होने वाली निजी टिप्पणी और अपमान कांग्रेस की काफी पुरानी, लेकिन विफल रणनीति रही है।
- चुनाव न्यूज़
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गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Elections) से पहले राज्य में राजनीतिक पारा चढ़ गया है। कांग्रेस (Congress) एक बार फिर पीएम मोदी (PM Modi) पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए नजर आ रही है। बता दें कि पीएम मोदी पर होने वाली निजी टिप्पणी और अपमान कांग्रेस की काफी पुरानी, लेकिन विफल रणनीति रही है। एक बार फिर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने पीएम मोदी की "औकात" पर टिप्पणी की।
गौरतलब है कि, कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने पीएम मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा था, "हम मोदी जी को उनकी औकात बताते हैं"। इस बयान ने गुजरात चुनाव में कांग्रेस पर उल्टा असर कर दिया है। इस पर विपक्ष की गालियों को पोषण का स्रोत बताते हुए पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा, "मैं जनता का सेवक हूं, मेरी कोई औकात नहीं है।"
यह पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर निजी हमला किया है। इससे पहले भी चुनावों के दौरान कांग्रेस नेता ने इसी प्रथा के तहत पीएम पर अपमानजनक टिप्पणी की। पार्टी के नेताओं ने पीएम मोदी के खिलाफ 'नीच' और 'मौत का सौदागर' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है। लेकिन इससे उलट हर बार कांग्रेस का दांव उल्टा ही पड़ा है।
पीएम मोदी व्यक्तिगत टिप्पणी को अपने पक्ष में करने में माहिर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावों से पहले व्यक्तिगत टिप्पणी सुनने और उन्हें अपने पक्ष में करने में महारत हासिल कर ली है। ऐसे कई उदाहरण हैं, जब कांग्रेस ने सीधे तौर पर पीएम मोदी पर हमला किया, लेकिन हर बार उन्होंने सफलतापूर्वक बाजी पलट दी और विजयी हुए।
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पीएम मोदी का नाम लेना कांग्रेस की एक विफल रणनीति है। कई असफलताओं के बावजूद, कांग्रेस ने अपनी अपमानजनक और उग्र टिप्पणियों के बाद मिली अपनी चुनावी हार से कोई सबक नहीं लिया है।
यहां कांग्रेस के कुछ उदाहरण हैं, जब पीएम मोदी पर निजी हमला हुआ और उन्होंने इसे अपने पक्ष में कर लिया:
सोनिया गांधी की 'मौत का सौदागर' टिप्पणी
2007 में, जब गुजरात में चुनाव होने वाले थे और राष्ट्रीय मीडिया ने भविष्यवाणी की थी कि कांग्रेस राज्य के चुनाव जीत सकती है। मोदी को पहली बार हरा सकती है, तब सोनिया गांधी ने एक बड़ी गलती की और भाजपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को 'मौत का सौदागर' कहा। यह बयान तब दिया गया था, जब सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष थीं और पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
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इस हमले के बाद, अपने सर्वश्रेष्ठ वक्तृत्व कौशल (बोलने की कला) का उपयोग करते हुए, तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोनिया गांधी के बयान को कांग्रेस के खिलाफ एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। 'मौत का सौदागर' वाले बयान का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि पार्टी संसद पर हमला करने वालों को बचाने की कोशिश कर रही है। इसके बाद, कांग्रेस को राज्य में भारी नुकसान हुआ और गुजरात में भाजपा फिर से सत्ता में आई।
कांग्रेस नेता का 'नीच' वाला कमेंट
2017 में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पिछले चुनावों की पराजयों से कोई सीख नहीं ली और पीएम मोदी पर 'नीच' का तंज कसा। पीएम मोदी पर यह बयान बाद में कांग्रेस के लिए एक बड़ी गलती साबित हुआ, क्योंकि इसने कांग्रेस को गरीब विरोधी और पिछड़ी जाति विरोधी करार देने में पीएम मोदी की मदद की।
राहुल गांधी का 'चौकीदार चोर है' हमला
पीएम मोदी के 'मैं भी चौकीदार' अभियान पर निशाना साधते हुए, राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पीएम मोदी पर हमला किया और पूछा कि सभी 'चोरों' का उपनाम मोदी (नीरव मोदी के संदर्भ में) क्यों है? कांग्रेस नेता ने राफेल लड़ाकू जेट सौदे में कथित भ्रष्टाचार के मामले को भी पीएम मोदी से जोड़ा और कहा, 'चौकीदार चोर है'।
गौरतलब है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में जाने के बाद राहुल गांधी को अपने बयान के लिए माफी भी मांगनी पड़ी थी। शीर्ष अदालत ने बाद में राहुल गांधी के खिलाफ दायर अवमानना मामले को बंद कर दिया, क्योंकि उन्होंने गलत तरीके से राफेल मामले के आदेश को पीएम मोदी के खिलाफ अपने 'चौकीदार चोर है' से जोड़ दिया था।
Published By : Nripendra Singh
पब्लिश्ड 28 November 2022 at 21:11 IST