अपडेटेड 28 April 2024 at 11:40 IST

'दिल्ली में लवली इस्तीफा',अरविंदर सिंह ने छोड़ा पद तो संजय निरुपम ने कांग्रेस को लगते हाथों लिया

अरविंदर सिंह लवली दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की कमान संभाल रहे थे। फिलहाल कई आरोप लगाते हुए लवली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

Follow : Google News Icon  
arvinder singh lovely, mallikarjun kharge and sanjay nirupam
अरविंदर सिंह लवली, मल्लिकार्जुन खड़गे और संजय निरुपम | Image: ANI/PTI

Arvinder Singh Lovely Resignation: लोकसभा चुनावों के बीच कांग्रेस पार्टी को दिल्ली में बहुत बड़ा झटका लगा है। आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का विरोध करने वाले अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अरविंदर सिंह लवली दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की कमान संभाल रहे थे। लवली को अगस्त 2023 में दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। अब लवली का इस्तीफा होते ही पूर्व कांग्रेसी नेता संजय निरुपम ने मौका हाथ लगते ही पार्टी को घेर लिया है।

संजय निरुपम महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) के साथ गठबंधन का जबरदस्त विरोध कर रहे थे। खासकर जब कांग्रेस ने उत्तर पश्चिम मुंबई सीट को शिवसेना (यूबीटी) को थमा दिया तो संजय निरुपम ने बगावत का झंडा उठा लिया है। वो इस सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे। खैर, फिलहाल कुछ इसी तरह गठबंधन का विरोध करते हुए अरविंदर सिंह लवली ने अपना इस्तीफा दिया है तो संजय निरुपम ने कांग्रेस को घेर लिया है। उन्होंने लिखा, 'दिल्ली में हुआ लवली इस्तीफा। कारण-गलत गठबंधन, हाईकमान का अहंकार और संवादहीनता।'

यह भी पढ़ें: अमेठी से राहुल तो रायबरेली से लड़ेंगी प्रियंका? कल आ सकता है फैसला

लवली ने कई आरोपों के साथ छोड़ा पद

कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली ने दिल्ली इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को शनिवार को लिखे पत्र में लवली ने कहा कि वो पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष पद पर बने रहने में असमर्थ हैं। अरविंदर सिंह लवली ने आम आदमी पार्टी से गठबंधन का खुलकर विरोध किया है। अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा- 'दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद पार्टी ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का फैसला किया।'

Advertisement

लवली ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे अपने पत्र में कुछ नेताओं पर भी आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की तरफ से लिए गए सभी सर्वसम्मत फैसलों को एआईसीसी महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने एकतरफा वीटो कर दिया है। लवली ने लिखा- 'डीपीसीसी अध्यक्ष के रूप में मेरी नियुक्ति के बाद से एआईसीसी महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने मुझे डीपीसीसी में कोई वरिष्ठ नियुक्ति करने की अनुमति नहीं दी है। डीपीसीसी के मीडिया प्रमुख के रूप में एक अनुभवी नेता की नियुक्ति के मेरे अनुरोध को स्पष्ट रूप से अस्वीकार कर दिया गया। आजतक, एआईसीसी महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने डीपीसीसी को शहर के सभी ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की अनुमति नहीं दी है। नतीजा ये हुआ कि दिल्ली के 150 से ज्यादा ब्लॉकों में फिलहाल कोई ब्लॉक अध्यक्ष नहीं है।'

लवली के इस्तीफे पर बीजेपी क्या बोली?

अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे पर भारतीय जनता पार्टी ने भी कांग्रेस को घेर लिया है। बीजेपी नेता आरपी सिंह ने एएनआई से बातचीत में कहा, 'कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के जमीनी स्तर के नेता तंग आ चुके हैं। ऐसा लगता है कि कल तक वो (कांग्रेस) लोग भ्रष्टाचार का आरोप लगाते थे, आज उन्हीं लोगों के साथ समझौता करके चुनाव लड़ रहे हैं, ये कैसे संभव है? साफ दिख रहा है कि लोग वहां घुटन महसूस कर रहे हैं, इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं।'

Advertisement

यह भी पढ़ें: 'कह रहे हैं मैं अशुद्ध हूं...खुद को शुद्ध करें',विक्रमादित्य पर कंगना

Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 28 April 2024 at 11:40 IST