अपडेटेड 9 February 2024 at 15:45 IST
चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न, RLD विधायक करेंगे रामलला के दर्शन...अब जयंत चौधरी का NDA में आना तय है!
BJP-RLD Alliance: 2019 में बीजेपी को जाटलैंड में 7 सीटों पर हार मिली थी। अगर बीजेपी के साथ आरएलडी आई तो NDA की जीत की राह आसान हो जाएगी।
- चुनाव न्यूज़
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Jayant Chaudhary and BJP: उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी के साथ पार्टनरशिप लगभग फाइनल कर ली है। अभी चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न का ऐलान और उस पर जयंत चौधरी की प्रतिक्रिया भी बीजेपी से गठबंधन का इशारा कर रही है। आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि भले नहीं की जा रही है, लेकिन दोनों दलों के चाल चलन और बयानों से साफ संकेत मिल रहे हैं कि बीजेपी और आरएलडी के बीच गठबंधन की डील पक्की हो गई है।
भारत सरकार ने किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा की है। खुद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट 'X' पर एक पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी है।
चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न पर बोले PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था।'
जयंत चौधरी की दिल जीतने वाली पोस्ट
इस ऐलान के तुरंत बाद ही जयंत चौधरी ने जवाब दिया और दिल जीत लेने की बात कही। जयंत चौधरी ने सोशल मीडिया 'X' पर लिखा, 'दिल जीत लिया।'
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फिलहाल जयंत के इस पोस्ट के मायने बीजेपी-आरएलडी गठबंधन की चर्चाओं से जोड़ निकाले जा रहे हैं।
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RLD विधायक करेंगे रामलला के दर्शन
यही नहीं, उत्तर प्रदेश में आरएलडी के विधायक अब बीजेपी नेताओं के साथ अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए जाने वाले हैं।
नेता विधानमंडल RLD राजपाल सिंह बालियान ने रिपब्लिक भारत से बातचीत में खुद कहा कि RLD के विधायक रामलला के दर्शन करने जाएंगे। ये नेता भाजपा विधायकों के साथ जाएंगे दर्शन के लिए जाएंगे और इसको जयंत चौधरी ने सहमति दी है।'
राजपाल सिंह बालियान ने बीजेपी और आरएलडी के बीच में हो रही बातचीत की पुष्टि की है। उन्होंने दावा किया है कि जयंत चौधरी जो फैसला लेंगे, हम सब उनके साथ हैं।
दूसरे दलों को क्यों लोकदल की जरूरत?
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की तरफ से 1996 में बनाई गई अलग पार्टी राष्ट्रीय लोक दल की पकड़ पश्चिमी यूपी में है। लोक दल को जाटों और किसानों की पार्टी भी कहा जाता है, क्योंकि चौधरी चरण सिंह ने दोनों ही वर्गों का नेतृत्व किया था।
अभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में करीब 18 फीसदी जाट आबादी है, जिससे यहां चुनावों में उनका सीधा असर होता है। मतलब साफ है कि पश्चिमी यूपी में जाटों का वोट किसी भी दल की हार-जीत तय करता है। अहम ये है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को इसी जाटलैंड में 7 सीटों पर हार मिली थी। अभी अगर बीजेपी के साथ आरएलडी आई तो NDA की जीत की राह आसान हो जाएगी।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 9 February 2024 at 14:00 IST