अपडेटेड 17 March 2024 at 17:05 IST

'दिमाग खराब हो गया है क्या उसका...' तेजस्वी यादव पर क्यों भड़के बिहार के डिप्टी CM सम्राट चौधरी

BPSC Paper Leak Case: सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव को करारा जवाब दिया और कहा कि ये राजद नहीं है। हर चीज की जांच की जा रही है।

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बिहार डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और राजद नेता तेजस्वी यादव। | Image: Facebook

BPSC Paper Leak : बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई)-3 में कथित तौर पर पेपर लीक की घटना पर राजनीतिक हंगामा मचा हुआ है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाए थे। इसके बाद अब मौजूदा उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि ये राजद नहीं है। हर चीज की जांच की जा रही है।

बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी रविवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इसी दौरान जब तेजस्वी यादव को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया, जिस पर जवाब देते हुए सम्राट चौधरी भड़क गए और कहा कि 'क्या उनका (तेजस्वी यादव) दिमाग खराब हो गया है? ये राजद नहीं है, दिमाग ठीक कर ले।' सम्राट चौधरी ने आगे कहा, 'हर चीज की जांच की जा रही है। देश जानता है कि लालू यादव के राज में BPSC अध्यक्षों को जेल भेजा जाता था। जो लोग इसमें (पेपर लीक) शामिल हैं, वे युवा नहीं बल्कि अपराधी हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'

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तेजस्वी यादव ने लगाए थे आरोप

राजद नेता तेजस्वी यादव के इस आरोप पर कि भारतीय जनता पार्टी BPSC पेपर लीक में शामिल है। तेजस्वी ने सोशल मीडिया साइट 'X' पर लिखा- 'हमारे 17 महीनों का सुनहरा कार्यकाल जिसमें पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से युवाओं को 4 लाख से अधिक नौकरियां दी गई, वो बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं का स्वर्णिम काल था।'

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तेजस्वी ने आगे लिखा, "नीतीश-बीजेपी सरकार ने डेढ़ महीने में ही 17 साल के पुराने कारनामों को दोहराते हुए नकल माफिया को इतना प्रोत्साहन दे दिया कि BPSC शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण में प्रतियोगी परीक्षाओं के विश्व इतिहास में प्रथम बार एडमिट कार्ड में ही 'Answer Key' की बताई जा रही है। और तो और पेपर लीक कराने वाले नकल माफिया को बचाने के लिए इनके वरिष्ठ मंत्री प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं। पुलिस को फोन कर रहे मंत्रियों का नाम- बूझों तो जाने?"

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क्या है बीपीएससी पेपर लीक केस?

बीपीएससी ने प्राथमिक शिक्षक और माध्यमिक स्कूल शिक्षकों के लिए ऑफलाइन माध्यम से 15 मार्च को टीआरई-3 आयोजित की थी। इसी बीच कथित तौर पर परीक्षा का पेपर लीक होने की सूचना आई। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई के एक बयान में कहा गया कि अधिकारियों ने सूचना के आधार पर 14 और 15 मार्च को हजारीबाग में कई ठिकारों पर छापे मारे थे। जांच के दौरान पाया गया कि बिहार में कई जगहों से लाए गए टीआरई-3 के अभ्यर्थियों को पेपर बांटे गए थे। हालांकि इन अभ्यर्थियों को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया था।

पुलिस ने कुछ दिन पहले 5 लोगों को गिरफ्तार किया था जो कथित तौर पर टीआरई-3 के पेपर को लीक कराने के 'मास्टरमाइंड' थे। पुलिस ने उनके पास से पेपर, कम्प्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर और पेन ड्राइव बरामद किए थे। बयान के अनुसार जांच में पता चला कि आरोपियों ने आंसर सीट के लिए अभ्यर्थियों से अच्छी-खासी रकम ली थी। पूरे मामले में पुलिस ने अभी तक 313 लोगों को गिरफ्तार किया है।

Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 17 March 2024 at 17:05 IST