अपडेटेड 26 September 2025 at 23:35 IST

Bihar Election: बिहार चुनाव हुआ दिलचस्प, प्रशांत किशोर और तेज प्रताप ने बढ़ाई दोनों गठबंधन की टेंशन, किसे नफा किसे नुकसान?

Bihar Election: तेज प्रताप का कहना है - हमलोग बिहार के संपूर्ण विकास के लिए पूर्ण रूप से समर्पित और तत्पर हैं। हमारा मकसद बिहार में संपूर्ण बदलाव कर एक नई व्यवस्था का नव निर्माण करना है। हमलोग बिहार के संपूर्ण विकास के लिए लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।

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Bihar Election
प्रशांत किशोर, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप | Image: Official X (Twitter) Account

Bihar Election: बिहार में इस साल के आखिरी में (अक्टूबर-नवंबर)विधानसभा का चुनाव होना है। कुल 243 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले इस चुनाव को लेकर विभिन्न राजनीति दल काफी सक्रिय हो चुके हैं। बात सत्ताधारी एनडीए गठबंधन की हो या फिर विपक्षी महागठबंधन की, ये सभी चुनावी प्रचार-प्रसार में जोर-शोर से लग गए हैं। हालांकि, इस बार के बिहार चुनाव में अलग ही लड़ाई देखने को मिल रही है।

वैसे राजनीतिक जानकारों की मानें तो बिहार में तगड़ी चुनावी लड़ाई एनडीए (भाजपा, जदयू आदि)  और महागठबंधन (राजद, कांग्रेस आदि) में ही है। लेकिन कुछ लोगों का यह भी मानना है कि प्रदेश के इस विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर(पीके) और तेज प्रताप यादव भी अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं। ये कई लोगों का खेल भी बिगाड़ सकते हैं, जिससे किसी को नफा तो किसी को नुकसान होने की आशंका है। जी हां, यहां बता दें कि राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर अपनी पार्टी 'जन सुराज' के साथ चुनावी मैदान में हैं, जबकि राजद के पूर्व नेता (पार्टी से निष्कासित) और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव अपनी नई पार्टी 'जनशक्ति जनता दल' बना कर चुनावी रण में कूद गए हैं।


नई/छोटी पार्टियां वोटों के बंटवारे से डाल सकती हैं असर

बिहार विधानसभा चुनाव में NDA (बीजेपी-जेडीयू) और महागठबंधन (आरजेडी-कांग्रेस-लेफ्ट) के बीच मुख्य लड़ाई माना जा रहा है, लेकिन प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (JSP) और तेज प्रताप सिंह यादव की जनशक्ति जनता दल (JJD) जैसी नई/छोटी पार्टियां वोटों के बंटवारे से बड़ा असर डाल सकती हैं। ये पार्टियां मुख्य रूप से विपक्षी वोट (महागठबंधन) को कमजोर करने और NDA के सवर्ण-ब्राह्मण वोट को सेंध लगाने का काम कर सकती हैं। हालिया ओपिनियन पोल, राजनीतिक विश्लेषण और सोशल मीडिया ट्रेंड्स के आधार पर आइए इसे समझते हैं...


प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी

पहले बात प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी की करते हैं। इस पार्टी का मुख्य निशाना BJP/NDA का वोट बैंक माना जा रहा है। प्रशांत किशोर ब्राह्मण-भूमिहार (सवर्ण) और युवा/शिक्षित वोटर्स को लुभा रहे हैं, जो पारंपरिक रूप से BJP का कोर बेस हैं। उनकी पदयात्रा (5,000 किमी से अधिक) और "बदलाव" का नारा (शिक्षा, पलायन, भ्रष्टाचार-विरोध) से सवर्णों में 20-30% शिफ्ट हो सकता है। वहीं, ओपिनियन पोल (जुलाई-अगस्त 2025) में JSP को 25-30 सीटें मिलने का अनुमान है, खासकर लेफ्ट बेस्टियन्स और ऊपरी जातियों में ये सीटें मिल सकती हैं।

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पीके से नुकसान की बात करें तो BJP को सबसे ज्यादा (सवर्ण वोट बंट जाने से) नुकसान का अनुमान है। BJP के बिना मजबूत स्थानीय चेहरे (जैसे सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा) के, प्रशांत किशोर उनके वोट काट सकते हैं।

वहीं, पीके RJD/महागठबंधन को अप्रत्यक्ष फायदा भी पहुंचा सकते हैं। ये वोट कटवा बनकर NDA को कमजोर करेंगे, लेकिन अगर मुस्लिम-यादव सॉलिड रहें तो RJD को सीधा नुकसान कम होगा और फायदा हो सकता है। प्रशांत किशोर का खुद का दावा रहा है और उन्होंने कहा है, “या तो 200+ सीटें या 4-5”

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तेज प्रताप की जनशक्ति जनता दल

अब बात करते हैं तेज प्रताप यादव (लालू के बड़े बेटे) की नई पार्टी जनशक्ति जनता दल की। इस पार्टी का मुख्य निशाना RJD/महागठबंधन वोट बैंक माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि तेज प्रताप, यादव-मुस्लिम बेस को टारगेट कर रहे हैं। वे "किंगमेकर" बनने का दावा करते हुए, RJD के "जंगल राज" इमेज को उलटने की कोशिश में हैं।

तेज प्रताप का कहना है - हमलोग बिहार के संपूर्ण विकास के लिए पूर्ण रूप से समर्पित और तत्पर हैं। हमारा मकसद बिहार में संपूर्ण बदलाव कर एक नई व्यवस्था का नव निर्माण करना है। हमलोग बिहार के संपूर्ण विकास के लिए लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। इनकी पार्टी नई है, लेकिन तेज प्रताप की लोकप्रियता (खासकर यादव युवाओं में) से 5-10 सीटों पर असर पड़ सकता है।

इनसे नुकसान की बात करें तो RJD को सबसे अधिक नुकसान हो सकता है। यादव वोट के बंटने से तेजस्वी के 75 (2020) सीटों के टारगेट पर चोट पहुंच सकती है। तेज प्रताप खुद को "दूसरा लालू" बताते रहे हैं, जो RJD के कोर को बांटेगा। वहीं, इनसे NDA को कम नुकसान होने का अनुमान है। अगर RJD कमजोर हुई तो एनडीए को फायदा होना तय है।

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Published By : Amit Dubey

पब्लिश्ड 26 September 2025 at 23:35 IST