अपडेटेड 6 October 2025 at 13:36 IST
Bihar Election: NDA या महागठबंधन... इस बार कौन मारेगा बाजी? 2020 में भी थी कांटे की टक्कर, जानें कैसा रहा था परिणाम
Bihar Election 2025: बिहार के चुनाव दिलचस्प मोड़ ले चुके हैं। एनडीए और महागठबंधन में तो कांटे की टक्कर है ही। साथ में तेज प्रताप और प्रशांत किशोर जैसे नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टियां बनाकर चुनौती खड़ी कर दी।
- चुनाव न्यूज़
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Bihar Election 2025: बिहार में चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है। आज शाम 4 बजे चुनाव आयोग (Election Commission) तारीखों का ऐलान करने के लिए तैयार है। इसके साथ ही राज्य में आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। बिहार की 243 सीटों पर चुनाव होना है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने साफ कर दिया है कि बिहार में 22 नवंबर से पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
इस बार दिलचस्प होगा चुनाव
अगले 5 साल बिहार की सत्ता पर कौन राज करेगा, ये एक बड़ा सवाल है। चुनाव को लेकर सभी पार्टियां पहले से ही कमस कस चुकी हैं। इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प बना हुआ है। एनडीए और महागठबंधन के बीच फिर कांटे की टक्कर है। इस बीच लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप और प्रशांत किशोर ने अपनी-अपनी पार्टियां भी चुनौतियां खड़ी कर रहे हैं। इस बीच मैदान में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी मैदान में हैं।
कौन होगा सीएम फेस?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नौ बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर एक रिकॉर्ड बनाया है और वे सबसे अधिक दिनों तक इस पद पर रहने वाले नेता बन गए हैं। NDA गठबंधन इस बार भी नीतीश को ही अपना चेहरा बनाकर चुनाव लड़ रही है। दूसरी ओर माना जा रहा है कि हाल ही में हुई बैठक में महागठंबधन की ओर से तेजस्वी यादव को सीएम फेस बनाने पर सर्वसम्मति बन गई है। बस इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है।
ऐसे थे 2020 चुनाव के नतीजे
देखा जाए तो पिछले 5 सालों में बिहार की सियासत काफी बदली है। नजर पिछले चुनाव नतीजों पर डालें तो तब भी मुकाबला सत्तासीन NDA गठबंधन और महागठबंधन के बीच था। उस समय एनडीए में BJP, जदयू, हम और VIP शामिल थीं। वहीं, महागठबंधन का हिस्सा RJD, वाम दल और कांग्रेस थीं।
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2020 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। RJD को 75 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, BJP 74 सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब रही और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। CM नीतीश कुमार की JDU ने 43 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके अलावा कांग्रेस को 19, सीपीआईएमएल को 12, AIMIM को 5, जीतन राम मांझी को 4, मुकेश सहनी की VIP को 4 सीटों पर जीत मिली।
NDA गठबंधन 125 सीटें जीतकर बिहार में सरकार बनाने में कामयाब हुआ। तब एनडीए की जीत में सबसे अहम भूमिका BJP की थी। बावजूद इसके पार्टी ने मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा नहीं किया। वहीं, नीतीश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तब बीजेपी से तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी उपमुख्यमंत्री बनाए गए।
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फिर नीतीश ने बदला पाला…
बिहार में इस बार NDA की सरकार 2 साल ही चल पाई। अगस्त 2022 में नीतीश कुमार ने पाला बदल लिया और वो महागठबंधन के साथ चले गए। तब भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बने रहे। लोकसभा चुनाव 2024 ने उन्होंने एक बार फिर पलटी मारी और इंडी अलायंस से अलग होकर फिर एनडीए के साथ आ गए। जनवरी 2024 में JDU और BJP ने मिलकर फिर बिहार में सरकार बनाई थी।
बिहार विधानसभा की मौजूदा स्थिति
बात मौजूदा स्थिति की करें तो बिहार विधानसभा में इस समय NDA गठबंधन का संख्याबल 131 है। BJP 80 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। वहींस इसमें JDU के 45, जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के 4 विधायक हैं। इसके अलावा दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी नीतीश सरकार को है।
दूसरी ओर महागठबंधन का संख्याबल 111 है, जिसमें RJD के 77 विधायकों हैं। इसके अलावा कांग्रेस के 19, सीपीआई (एमएल) के 11, सीपीआई(एम) और सीपीआई के 2-2 विधायक हैं।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 6 October 2025 at 13:36 IST