अपडेटेड 25 February 2024 at 14:46 IST
मायावती को झटका, बीजेपी में शामिल हुए BSP सांसद रितेश पांडे, बोले- PM मोदी की लीडरशिप में करेंगे काम
BSP सांसद रितेश पांडे ने मायावती का दामन छोड़कर BJP में शामिल होने का फैसला किया।
- चुनाव न्यूज़
- 4 min read

Ritesh Pandey Joins BJP: लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी को बड़ा झटका लगा है। BSP सांसद रितेश पांडे ने मायावती का दामन छोड़कर BJP में शामिल होने का फैसला किया। रितेश पांडे ने बसपा का साथ छोड़ने के बाद कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में काम करेंगे। BSP सांसद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''सभी लोगों का धन्यवाद देना चाहता हूं। मुझे बीजेपी में जोड़ा इसके लिए आभारी हूं। विकसित भारत के कल्पना से प्रभावित होकर आगे बढ़ने के लिए साथ आया हूं। एक्सप्रेस वे, आवास योजना, इन सभी से प्रभावित हुआ हूं। विपक्ष का होकर भी उन्होंने हमारी मांग को आगे बढ़ाया और प्रदेश को विकसित किया है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी जेपी नड्डा का आभार व्यक्त करता हूं।''
बसपा प्रमुख को संबोधित पत्र में रितेश पांडेय ने पार्टी से विधायक और फिर सांसद चुने जाने की अपनी राजनीतिक उपलब्धियों की चर्चा करते हुए यह शिकायत की कि ''मुझे लंबे समय से न तो पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा है और न ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा है। मैंने आप (मायावती) से और शीर्ष पदाधिकारियों से संपर्क के अनगिनत प्रयास किये, लेकिन उनका कोई परिणाम नहीं निकला।''
पांडेय ने कहा, ''...मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि पार्टी को मेरी सेवा और उपस्थिति की अब कोई आवश्यकता नहीं रही, इसलिए प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के अलावा मेरे समक्ष कोई विकल्प नहीं है। पार्टी से नाता तोड़ने का यह निर्णय भावनात्मक रूप से एक कठिन निर्णय है।'' उन्होंने कहा, ''मैं इस पत्र के माध्यम से बहुजन समाज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देता हूं और आपसे आग्रह है कि मेरे इस त्यागपत्र को अविलंब स्वीकार किया जाए।''
कुछ घंटों बाद ही वह नयी दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। वह उत्तर प्रदेश प्रभारी बैजयंत जय पांडा, महासचिव तरुण चुघ और उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में भाजपा का दामन थामा। इस दौरान उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे।
Advertisement
वहीं, मायावती ने 'एक्स' पर सिलसिलेवार पोस्ट में रितेश पांडेय का जिक्र किये बिना अपनी पार्टी के सांसदों को नसीहत देते हुए कहा, ''बसपा राजनीतिक दल के साथ ही परम पूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर के आत्मसम्मान व स्वाभिमान के मिशन को समर्पित मूवमेन्ट भी है, जिस कारण इस पार्टी की नीति व कार्यशैली देश की पूंजीवादी पार्टियों से अलग है, जिसे ध्यान में रखकर ही चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार भी उतारती है।''
मायावती ने कहा, ''अब बसपा के सांसदों को इस कसौटी पर खरा उतरने के साथ ही स्वयं जांचना है कि क्या उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता का सही ध्यान रखा? क्या अपने क्षेत्र में पूरा समय दिया? साथ ही, क्या उन्होंने पार्टी व इसके प्रयासों के हित में समय-समय पर दिये गये दिशानिर्देशों का सही से पालन किया है?''
Advertisement
बसपा प्रमुख ने कहा, ''ऐसे में अधिकतर लोकसभा सांसदों का टिकट दिया जाना क्या संभव है, खासकर तब जब वे स्वंय अपने स्वार्थ में इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं एवं निगेटिव चर्चा में हैं। मीडिया द्वारा यह सब कुछ जानने के बावजूद इसे पार्टी की कमजोरी के रूप में प्रचारित करना अनुचित है। बसपा का पार्टी हित सर्वोपरि है।''
यूरोपियन स्कूल, लंदन से अन्तरराष्ट्रीय व्यापार प्रबंधन में स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले 42 वर्षीय रितेश पांडेय राजनीतिक परिवार से आते हैं। उनके पिता राकेश पांडेय उत्तर प्रदेश विधानसभा के 2022 के चुनाव में आंबेडकरनगर जिले के जलालपुर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुने गये। इसके पहले राकेश पांडेय 2009 से 2014 तक आंबेडकर नगर के सांसद रहे थे।
रितेश पांडेय ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उस समय राज्य सरकार में मंत्री रहे मुकुट बिहारी वर्मा को पराजित किया था। इसके पहले रितेश पांडेय 2017 के विधानसभा चुनाव में जलालपुर से ही बसपा के विधायक चुने गये थे। बसपा प्रमुख ने रितेश पांडेय को लोकसभा संसदीय दल का नेता बनाया था।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और राज्य की 80 सीट में 10 सीट पर जीत हासिल की थी। बसपा ने अमरोहा से अपने सांसद दानिश अली को पार्टी से पिछले दिसंबर में निलंबित कर दिया। गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी को समाजवादी पार्टी ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, जबकि जौनपुर के सांसद श्याम सिंह यादव की कांग्रेस से नजदीकियों की चर्चा है।
(Note: यह एक ब्रेकिंग स्टोरी है। अधिक जानकारी के साथ अपडेट हो रही है)
Published By : Ritesh Kumar
पब्लिश्ड 25 February 2024 at 12:40 IST