Updated December 7th, 2018 at 18:39 IST
मध्यप्रदेश एग्जिट पोल का सबसे सटीक अनुमान: शिवराज की छिनेगी कुर्सी या कांग्रेस को मिलेगा सत्ता का सुख?
ये चुनाव जितना केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, उतना ही देश में तेजी से सिकुड़ती कांग्रेस के लिए लाइफलाइन भी बन सकता है..
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साल 2019 से हले सत्ता का सेमीफाइल माने जाने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए एक महीने तक चली लंबी प्रक्रिया सात दिसबंर (यानि आज) को खत्म हो चुकी है. अब 11 दिसबंर को पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आएंगे.
ये चुनाव जितना केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, उतना ही देश में तेजी से सिकुड़ती कांग्रेस के लिए लाइफलाइन भी बन सकता है.. राजनीतिक पंडित समय- समय पर अपने हिसाब चुनावी नब्ज को पकड़ने की कोशिश करते हैं और मतदान खत्म होने के साथ ही संभावित आकड़ों के साथ जनता के सामने आते हैं. इसी कड़ी में सी- वोटर एग्टिज- पोल के हिसाब मध्यप्रदेश का मुकाबला काफी कड़ा होता दिखा रहा है.
सी- वोटर का अनुमान...
सी- वोटर के अनुसार मध्यप्रदेश में सत्ताधारी बीजेपी को करारा झटका लग सका है. वहीं कांग्रेस को बड़ा फायदा होता दिख रहा है. सी- वोटर की माने तो 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के खाते में जहां 98 सीटों पर बढ़त बनती दिख रही है, वहीं कांग्रेस को 118 पर जीत मिल सकती है. अगर वोट प्रतिशत की बात करें तो सी- वोटर के हिसाब से बीजेपी को 41.1% वोट मिले. वहीं कांग्रेस को 42.3% वोट मिले.
'जन की बात' का अनुमान..
वहीं दूसरी ओर 'जन की बात' ने सी वोटर के उलट मध्यप्रदेश में बीजेपी को सत्ता के करीब दिखाया है. 'जन की बात' मानें तो बीजेपी के हिस्से में 108 से लेकर 128 (118) सीट जाने का अनुमान है. वहीं कांग्रेस को 95 से लेकर 115 (105) सीट पर बढ़त मिल सकती है.
गौरतलब है कि बीती 28 तरीख को राज्य में वोट डाले गए थे. 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा के साल 2013 के चुनाव में मतदान का प्रतिशत 72.13 रहा था. वहीं राज्य में इस बार 2899 उम्मीदार चुनाव मैदान में थे. इनमें से 1094 निर्दलीय उम्मीदवार हैं. राज्य में 5.04 करोड़ मतदाता हैं. स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न कराने के लिये पूरे राज्य में 65341 मतदान केन्द्र बनाये गये थे.
राज्य में शिवराज सिंह जहां चौथी बार मुख्यमंत्री पद पर बैठने का खब्ब देख रहे हैं, दूसरी ओर कांग्रेस भी अपना सूख खत्म कर राज्य में सत्ता का सूख पाने की आशा में है.
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Published December 7th, 2018 at 17:30 IST