पब्लिश्ड 23:31 IST, February 1st 2025
Delhi Elections: बहुत कठिन है डगर... दिल्ली चुनाव से पहले कहां खड़ी है AAP-BJP और कांग्रेस? आसान नहीं होगी सत्ता की राह
Delhi Elections: दिल्ली चुनाव में 4 दिन का समय बाकी है, सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं। दावे कितने सच साबित होंगे इसके लिए 8 तारीख का इंतजार है।

Delhi Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव में 4 दिन का समय बाकी है, सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की दम भर रही है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के भी अपनी जीत के दावे हैं। बीते दो चुनावों से दिल्ली की कुर्सी से दूर कांग्रेस इन चुनावों में दम लगाती नजर आ रही है।
दिल्ली में 10 साल बाद त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। आम आदमी पार्टी जीत की हैट्रिक लगाने के लिए जी जान से जुटी है तो वहीं 26 सालों से दिल्ली की सत्ता से दूर बीजेपी भी पूरा दमखम दिखा रही है। कांग्रेस के नेताओं में इन चुनावों में उत्साह देखने को मिल रहा है लेकिन आप और बीजेपी के मुकाबले अभी तक थोड़ा उन्नीस ही नजर आ रही है।
आसान नहीं है केजरीवाल की राह
आम आदमी पार्टी की बात करें तो अरविंद केजरीवाल बीते 10 सालों को कामों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं। फ्री बिजली, फ्री पानी, बस में महिलाओं के लिए फ्री यात्रा, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा अपनी बात रख रहे हैं। जिस प्रकार बीते दो चुनावों में उन्हें इन मुद्दों का फायदा मिला पार्टी को इस बार भी उम्मीद है ये मुद्दे प्रभावी होंगे। हालांकि केजरीवाल के लिए इस बार सत्ता की राह आसान नहीं होगी। दिल्ली में कथित शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल सहित पार्टी के मुख्य नेताओं का जेल जाना, भ्रष्टाचार, कूड़े के पहाड़, यमुना में जहरीले झाग ये, गंदा पानी ये कुछ ऐसे मूलभूत मुद्दे हैं, जिनको लेकर चुनाव में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ये वो मुद्दे हैं जिन्हें विरोधी खुलकर हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
दिल्ली में जीत का दम भरती भाजपा
भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से सीधे मुकाबला कर रही है। बीजेपी अपनी जीत का दावा कर ही है। वहीं केजरीवाल सरकार की बीते 10 साल की खामियों को जनता के सामने उजागर कर रही है। शीशमहल से लेकर शराब घोटाले तक, स्कूल से लेकर अस्पताल तक, भाजपा घोटालों को लेकर लगातार आम आदमी पार्टी पर हमलावर है। केजरीवाल सरकार के अधूरे वादों और पीएम मोदी के दिल्ली के विजन को लेकर बीजेपी नेता जनता के बीच जा रहे हैं। अब जनता भाजपा की बातों पर कितना यकीन करती है ये तो आने वाली 8 तारीख को ही पता चलेगा, फिलहाल दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे को टक्कर देती नजर आ रही हैं।
खोई जमीन वापस पाने के लिए कांग्रेस का संघर्ष
10 सालों से दिल्ली की सत्ता से दूर कांग्रेस इस बार चुनाव में दम भरती दिख रही है। कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में दिख रहे हैं और मुकाबले के लिए ताल भी ठोंक रहे हैं। बीते दो चुनावों में एक भी सीट ना पाने वाली कांग्रेस इस बार दिल्ली में सरकार बनाने का दावा कर रही है, लेकिन फिलहाल तो ये दावा दूर की कोड़ी नजर आता है। कांग्रेस पार्टी दो बार की शर्मनाक हार के बाद इस बार अपनी खोई हुई जमीन के लिए संघर्ष कर ही है। अब यह कोशिश कितनी कामयाब होती है ये तो नतीजों वाले दिन की पता चलेगा। फिलहाल कांग्रेस के जोर-शोर से चुनाव लड़ने के कारण दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन गए हैं।
अपडेटेड 23:31 IST, February 1st 2025