अपडेटेड 31 March 2024 at 20:27 IST
Billam Bauji: इस राज्य में हैं कुंवारों के देवता, एक बार दर्शन करने से ही हो जाती है शादी!
कई ऐसे देवी-देवता हैं जिनकी पूजा करने से जीवन के कष्टों से छुटकारा मिलता है, लेकिन आज हम कुंवारों के देवता के बारे में जानेंगे जो शादी के लिए जाने जाते हैं।
- धर्म और अध्यात्म
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Billam Bauji: हमारे देश में कई सारे ऐसे मंदिर हैं जो अलग-अलग मान्यताओं के लिए अलग-अलग राज्यों में मशहूर हैं, जो लोगों के कष्टों को दूर करने के लिए भी जाने जाते हैं, लेकिन शायद ही आपने कभी सुना हो कि कुंवारों को देवता भी हैं और मान्यता है कि इनके दर्शन मात्र से ही जिस भी व्यक्ति की शादी न हो रही हो उनकी भी जोड़ी बन जाती है।
जैसे ही बच्चे बड़े होने लगते हैं वैसे ही माता-पिता उसके लिए योग्य वर या वधु की तलाश करके उनकी शादी कर देते हैं, लेकिन कई बार होता है कि लाख कोशिशों के बाद भी कुछ लोगों की शादी नहीं होती है। ऐसे में आज हम एक ऐसे ही अनोखे मंदिर के बारे में जानेंगे जहां दर्शन मात्र से ही व्यक्ति की शादी हो जाती है।
कहां स्थित हैं कुंवारे देवता का अनोखा मंदिर?
दरअसल, मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के नीमच जावद नगर में एक ऐसे देवता स्थित हैं जिनके दर्शन मात्र से ही व्यक्ति की शादी हो जाती है। इन्हें लोग बिल्लम बावजी के नाम से जानते हैं। साथ ही इन्हें कुंवारों (Bachelor) के देवता के नाम से भी जाना जाता है। जिन लोगों की शादी में दिक्कत आ रही होती है ऐसे लोग दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं।
इस दिन होती हैं कुंवारों की मनोकामना पूरी
ऐसा माना जाता है कि रंगपंचमी (Rang Punchmi) से रंगतेरस (Rang Teras) तक बिल्लम बावजी के दर्शन और पूजा करने से कुंवारों की मनोकामना (Wish) पूरी होती है। यहां कुंवारों के अलावा उनके माता-पिता या अन्य परिजन भी उनकी संतान की जल्दी शादी के लिए मन्नत मांगने पहुंचते हैं। कहा जाता है कि अभी तक मन्नत मांगने वाले सैकड़ों कुंवारों की शादियां (Marriage) हो चुकी है।
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क्या है बिल्लम बावजी का इतिहास?
बिल्लम बावजी (Billam Bauji) की स्थापना 50 साल पहले की गई थी, जो अब यहां की प्रथा बन गई है। हर साल रंग पंचमी पर इनकी विधि विधान से पूजा अर्चना कर नगरवासियों द्वारा विराजित किए जाते हैं, जो 9 दिन यानी रंग तेरस तक विराजित रहते हैं। इसके बाद इनकी स्थापना मंदिर के अंदर कर दी जाती है। इन 9 दिनों में हजारों की संख्या में देश के कोने-कोने से कुंवारे युवक और युवतियां यहां शादी की मानता लेकर आते हैं और पूजा करते हैं।
अब बन चुका है चमत्कारिक देवस्थल
आज कुंवारे लोगों के लिए बिल्लम बावजी (Billam Bauji) का यह स्थान एक चमत्कारिक देवस्थल बन चुका है। शरहवासियों के मुताबिक पहले इस देव स्थान पर आने वालों की संख्या बहुत कम थी, लेकिन चमत्कार के कारण आज यहां कुंवारों का तांता लगा रहता है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 31 March 2024 at 20:27 IST