अपडेटेड 30 March 2024 at 20:27 IST

Sheetala Ashtami: 1 या 2 अप्रैल कब रखा जाएगा शीतला अष्टमी का व्रत? जानें सही डेट और शुभ मुहूर्त

होली के 8 दिन बाद शीतला अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन माता पार्वती और शीतला मां की पूजा का विधान है। साथ ही इस दिन बासी भोजन को भोग लगाया जाता है।

Sheetala Ashtami
कब है शीतला अष्टमी | Image: Freepik

Kab Hai Sheetala Ashtami: पूरे उत्तर भारत में बड़े ही भक्ति भाव से रंगों के पर्व होली के आठ दिन बाद रखा जाने वाला शीतला अष्टमी व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन सभी लोग माता शीतला की पूजा अर्चना करते हैं और माताएं व्रत रखती हैं। शीतलाष्टमी को बसौड़ा, बसौड़ा अष्टमी जैसे नामों से भी जाना जाता है। इस शुभ दिन पर माता पार्वती और माता शीतला की पूजा का विधान है। माताएं यह व्रत बच्चों के लिए रखती हैं।

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस व्रत में घर में ताजा खाना नहीं बनाया जाता है। शीतला अष्टमी के दि एक दिन पहले यानी शीतला सप्तमी के दिन बनाए गए खाने का ही शीतला माता को भोग लगाया जाता है और इसी बासी भोजन को प्रसाद के रुप में ग्रहण किया जाता है। तो चलिए जानते हैं इस साल शीतला अष्टमी किस दिन मनाया जाएगा और इसमें क्या-क्या होता है और व्रत का महत्व क्या है।

इस दिन रखा जाएगा शीतला अष्टमी का व्रत

हर साल यह व्रत चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथी को मनाया जाता है, लेकिन इस बार यह तिथि दो दिन की पड़ रही है। ऐसे में यह किस दिन मनाया जाएगा इसे लेकर लोगों के मन में कंफ्यूजन है। इस साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 1 अप्रैल दिन सोमवार की रात 9 बजकर 9 मिनट पर हो रही है। जिसका समापन अगले दिन यानी 2 अप्रैल दिन मंगलवार की रात 8 बजकर 8 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के मुताबिक शीतला अष्टमी का व्रत 2 अप्रैल को रखा जाएगा।

शीतला अष्टमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त

2 अप्रैल की सुबह 6 बजकर 10 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 40 मिनट तक बेहद शुभ समय है। इस समय में आप कभी भी शीतला माता की पूजा कर सकते हैं।

Advertisement

शीतला अष्टमी व्रत का महत्व क्या है?

मान्यता है कि शीतला अष्टमी व्रत को करने से व्यक्ति को कई तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है। इस दिन माता शीतला का पूजन करने से चेचक, खसरा, बड़ी माता, छोटी माता जैसी बीमारियां नहीं होती हैं। साथ ही यह तिथि ऋतु परिवर्तन का संकेत भी देती है। 

यह भी पढ़ें… Baisakhi 2024: कब मनाई जाएगी बैसाखी? जानें डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व

Advertisement

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 30 March 2024 at 20:27 IST