अपडेटेड 17 May 2025 at 17:15 IST

'ऑपरेशन सिंदूर' में S-400 बना भारत का रक्षक, एयर डिफेंस सिस्टम की एक मिसाइल दागने में लगता है कितना खर्च? कीमत जानकर रह जाएंगे दंग

भारत की ताकत बन चुका S-400 एयर डिफेंस सिस्टम दुश्मनों के लिए आसमान में ‘सुदर्शन चक्र’ बन चुका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस प्रणाली की एक-एक मिसाइल कितनी महंगी होती है? मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, S-400 सिस्टम की सबसे ताकतवर और महंगी मिसाइल 40N6E है, जिसकी कीमत लगभग 8 से 16 करोड़ रुपये तक हो सकती है।

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एक साथ 100 टार्गेट को भेदने में सक्षम... जानिए पाकिस्तान को धूल चटाने वाले S-400 से कितना अपग्रेडेड है S-500 मिसाइल सिस्टम | Image: Republic and Social Media

'ऑपरेशन सिंदूर' के सफल क्रियान्वयन के बाद पाकिस्तान ने भारत पर एक बड़ा जवाबी हमला करने की कोशिश की। 8 मई की रात, तनाव अपने चरम पर था, जब पाकिस्तान ने एक साथ करीब 300 से 400 मिसाइलें और ड्रोन भारतीय सीमाओं की ओर भेजे। यह हमला न केवल बड़ा था, बल्कि बहुत ही योजनाबद्ध और खतरनाक भी माना जा रहा था, लेकिन भारत पहले से तैयार था। इस खतरे को हवा में ही खत्म कर दिया भारत की ताकतवर एयर डिफेंस प्रणाली ने, जिसमें सबसे अहम भूमिका निभाई S-400 'सुदर्शन चक्र' एयर डिफेंस सिस्टम ने। जैसे ही पाकिस्तानी मिसाइलें और ड्रोन भारतीय सीमा की ओर बढ़े, S-400 की रडार प्रणाली ने उन्हें ट्रैक करना शुरू कर दिया। अगले ही क्षण भारतीय वायु रक्षा प्रणाली हरकत में आ गई और अधिकांश खतरों को आसमान में ही तबाह कर दिया गया। भारतीय सेना की ओर से जारी बयान में बताया गया कि इस हमले में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। अधिकतर मिसाइलें और ड्रोन लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही नष्ट कर दिए गए।

S-400 सिस्टम, जिसे रूस से खरीदा गया है, वर्तमान में भारत की सबसे आधुनिक और घातक एयर डिफेंस प्रणालियों में गिना जाता है। यह एक बार में दर्जनों लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है और कई को एकसाथ मार गिराने की क्षमता रखता है। इस हमले के विफल होने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भारत न सिर्फ आक्रामक रणनीति अपनाने में सक्षम है, बल्कि किसी भी जवाबी हमले से देश की रक्षा करने के लिए पूरी तरह तैयार भी है। S-400 की सक्रियता ने इस पूरे घटनाक्रम को एक अलग ही मोड़ दे दिया। जब मिसाइलें हवा में ही नष्ट होने लगीं और किसी भी हमले में जमीनी क्षति नहीं हुई, तो लोगों का ध्यान इस आधुनिक रक्षा प्रणाली की ओर गया। सोशल मीडिया से लेकर रक्षा विशेषज्ञों के मंचों तक, हर जगह एक ही चर्चा थी 'क्या S-400 ही हमारी सबसे बड़ी ढाल बन चुका है?'भारतीय सेना ने हमले की गंभीरता को देखते हुए पूरे घटनाक्रम को गोपनीय रखा, लेकिन जब हालात नियंत्रण में आए, तो यह साफ हो गया कि तकनीक और तैयारी के सही मेल से देश ने एक बड़ा संकट टाल दिया।

S-400 की एक मिसाइल का खर्च कितना? कीमत सुनकर उड़ जाएंगे होश

भारत की ताकत बन चुका S-400 एयर डिफेंस सिस्टम दुश्मनों के लिए आसमान में ‘सुदर्शन चक्र’ बन चुका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस प्रणाली की एक-एक मिसाइल कितनी महंगी होती है? मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, S-400 सिस्टम की सबसे ताकतवर और महंगी मिसाइल 40N6E है, जिसकी कीमत 1 से 2 मिलियन डॉलर यानी लगभग 8 से 16 करोड़ रुपये तक हो सकती है। यह मिसाइल 400 किलोमीटर तक के हवाई खतरों को निष्क्रिय करने की क्षमता रखती है। इसके अलावा, S-400 में उपयोग होने वाली अन्य मिसाइलों की कीमत 3 लाख डॉलर से लेकर 1 मिलियन डॉलर (करीब 2.5 करोड़ से 8 करोड़ रुपये) तक बताई जाती है। ये मिसाइलें अलग-अलग रेंज और उद्देश्यों के लिए बनाई गई हैं जैसे कि ड्रोन, क्रूज़ मिसाइल, फाइटर जेट्स या बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए। भारत ने रूस से यह प्रणाली करीब 35,000 करोड़ रुपये में खरीदी है और इसका इस्तेमाल रणनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। जब बात देश की सुरक्षा की हो, तो यह खर्च जरूरी और वाजिब माना जा सकता है। लेकिन यह जरूर दर्शाता है कि हर बार जब S-400 से एक मिसाइल दागी जाती है, तो वह सिर्फ एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये की तकनीकी ताकत का प्रदर्शन होता है।

क्या है S-400 एयर डिफेंस सिस्टम? जानिए भारत के इस 'आसमान के प्रहरी' की पूरी ताकत

जब भी देश की हवाई सीमाओं की सुरक्षा की बात होती है, तो एक नाम सबसे पहले सामने आता है S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम। यह वही सिस्टम है जो दुश्मनों के विमानों, मिसाइलों और ड्रोन को उनकी उड़ान के बीच ही खत्म कर देने की ताकत रखता है।

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कहां से आया S-400?

S-400 रूस द्वारा विकसित एक लॉन्ग-रेंज सर्फेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम है, जिसे "ट्रायम्फ" नाम से भी जाना जाता है। भारत ने 2018 में रूस से लगभग 5 यूनिट्स के लिए 35,000 करोड़ रुपये की डील की थी, और अब यह सिस्टम भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।

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क्या करता है S-400?

S-400 का काम है हवा में मौजूद किसी भी खतरे को समय रहते पहचानना, ट्रैक करना और उसे तबाह करना। इसमें एक साथ 36 टारगेट्स को ट्रैक करने और उन पर एक साथ मिसाइलें दागने की क्षमता है।


कितनी दूर तक मार कर सकता है?

इस सिस्टम की सबसे ताकतवर मिसाइल 40N6E दुश्मन के टारगेट को 400 किलोमीटर तक मार गिरा सकती है। इसके अलावा यह सिस्टम अलग-अलग रेंज की चार मिसाइलें लॉन्च कर सकता है, जो 40 से 400 किमी तक के टारगेट्स को कवर करती हैं।

किन चीज़ों को बना सकता है निशाना?

  • लड़ाकू विमान (F-16, Rafale जैसे)
  • बैलिस्टिक मिसाइलें
  • क्रूज़ मिसाइलें
  • निगरानी करने वाले ड्रोन और एयरक्राफ्ट


क्यों है S-400 खास?

  • मल्टी-ट्रैकिंग और मल्टी-टारगेट क्षमता
  • रडार को चकमा देने वाले स्टील्थ टारगेट्स को पकड़ने में सक्षम
  • दिन और रात, किसी भी मौसम में काम करने की क्षमता
  • बहुत तेज़ प्रतिक्रिया समय, सेकंडों में निर्णय और हमला


कहां तैनात है भारत में?

सुरक्षा कारणों से इसकी सही लोकेशन सार्वजनिक नहीं की जाती, लेकिन यह पश्चिमी सीमा (पाकिस्तान) और उत्तरी सीमा (चीन) जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात है। S-400 भारत के लिए केवल एक हथियार नहीं, बल्कि एक रणनीतिक सुरक्षा कवच है। यह दुश्मनों को साफ संदेश देता है अगर भारत की ओर देखा भी, तो जवाब आसमान से बरसेगा।

यह भी पढ़ेंः एक साथ 100 टार्गेट को भेदने में सक्षम... जानिए पाकिस्तान को धूल चटाने वाले S-400 से कितना अपग्रेडेड है S-500 मिसाइल सिस्टम

Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 17 May 2025 at 17:15 IST