अपडेटेड May 5th 2025, 21:01 IST
भारतीय नौसेना और DRDO ने सोमवार (5 मई 2025) को स्वदेशी मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन (MIGM) का सफल परीक्षण कर लिया है। यह भारतीय नौसेना और DRDO के लिए बड़ी उपलब्धि है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि के लिए DRDO और नौसेना की सराहना की है। इस परीक्षण में सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए कम विस्फोटक सामग्री का उपयोग किया गया है।
मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन एक नेवल माइन है, जो ध्वनिक, चुंबकीय और दबाव जैसे अलग-अलग प्रभावों से सक्रिय होती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे नौसेना की क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा। MIGM समुद्र के अंदर दुश्मन के जहाजों को निशाना बनाकर उन्हें धवस्त करेगी। यह परीक्षण आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल का हिस्सा है।
मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन एक समुद्री बारूदी है, जिसे समुद्र के नीचे बिछाया जाएगा, जो समुंद्र में दुश्मन के जहाजों को निशाना बनाने में सक्षम है। यह अलग-अलग प्रकार के समुद्री लक्ष्यों जैसे जहाज और पनडुब्बी को प्रभावी ढंग से निशाना बनाने में पूरी तकरह से सक्षम है। ये स्मार्ट डिटेक्शन सिस्टम पर काम करती है। इसमें उन्नत सेंसर और प्रोसेसिंग यूनिट्स हैं। इसे नौसेना और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने विकसित किया है।
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पब्लिश्ड May 5th 2025, 20:50 IST