अपडेटेड 19 May 2025 at 19:05 IST

'कौन बचाएगा 2025 में...', तो डूब जाएगा 137 लाख करोड़, दुनिया में आने वाला है बहुत बड़ा आर्थिक संकट? मशहूर लेखक ने दे दी बड़ी चेतावनी

Robert Kiyosaki: क्या दुनिया में एकबार फिर आर्थिक मंदी का शिकार होने जा रही है, क्या दुनिया में बहुत बड़ा आर्थिक संकट आने वाला है, क्या 2025 में लोगों के 137 लाख करोड़ डूब स्वाहा हो जाएंगे? ये सवाल हम इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि दुनिया एक मशहूर लेखक ने चेतावनी जारी की है साल 2025 में दुनिया भर में 1.6 ट्रिलियन डॉलर एक झटके में डूब सकते हैं।

Follow : Google News Icon  
Famous author Robert Kiyosaki gave a big warning on huge economic crisis
Famous author Robert Kiyosaki gave a big warning on huge economic crisis | Image: Republic

Robert Kiyosaki: क्या दुनिया में एकबार फिर आर्थिक मंदी का शिकार होने जा रही है, क्या दुनिया में बहुत बड़ा आर्थिक संकट आने वाला है, क्या 2025 में लोगों के 137 लाख करोड़ डूब स्वाहा हो जाएंगे? ये सवाल हम इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि दुनिया एक मशहूर लेखक ने चेतावनी जारी की है साल 2025 में दुनिया भर में 1.6 ट्रिलियन डॉलर एक झटके में डूब सकते हैं।

हम बात कर रहे हैं मशहूर लेखक रॉबर्ट कियोसाकी की, उनका कहना है कि साल 2025 में दुनिया में बड़ा आप्थिक संकट आ सकता है। जिसमें लोगों को 137 लाख करोड़ रुपए डूब सकते हैं, हालांकि उन्होंने इससे बचने के उपाय भी बताए हैं।

जिम रिकर्ड्स पूछ रहे हैं कि सेंट्रल बैंक को कौन बचाएगा- कियोसाकी

'रिच डैड पुअर डैड' के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने अपनी किताब में वित्तीय संकटों के बारे में लिखा है। कियोसाकी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करके बताया है कि दुनिया में पहले कैसे आर्थिक संकट आए थे। उन्होंने लिखा, "1998 में अमेरिका के सबसे बड़े हेज फंड में से एक Long Term Capital Management (LTCM) को वॉल स्ट्रीट ने मिलकर बचाया था। 2008 की वैश्विक मंदी में खुद वॉल स्ट्रीट को सेंट्रल बैंकों ने सहारा दिया। अब साल 2025 में मेरे दोस्त आर्थिक विशेषज्ञ और लेखक जिम रिकर्ड्स पूछ रहे हैं कि सेंट्रल बैंक को कौन बचाएगा।"

Advertisement

रिकर्ड्स के अनुसार, यह संकट अमेरिका के $1.6 ट्रिलियन डॉलर के छात्र ऋण (Student Loan Debt) के ढहने से शुरू हो सकता है।

1971 से शुरू हुई समस्या, अब विकराल हो रही है- कियोसाकी

Advertisement

कियोसाकी के अनुसार, 1971 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने अमेरिकी डॉलर को 'गोल्ड स्टैंडर्ड' से हटा दिया था, जिसके बाद से ही आर्थिक संकटों की नींव पड़ गई थी। हर बार समाधान के बजाय 'बेलआउट' यानी अस्थायी राहत दी जाती रही, जिससे हर अगला संकट पहले से बड़ा होता गया।

X- @theRealKiyosaki

रॉबर्ट कियोसाकी की चेतावनी – 'सेविंग्स नहीं, रियल असेट्स में निवेश करें'

'रिच डैड पुअर डैड' के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी, जो वर्षों से 'फेक फिएट मनी' यानी नकली कागजी मुद्रा के खिलाफ चेतावनी देते आए हैं, अब फिर कहते हैं, "सावधान हो जाइए। अमीर लोग कभी पैसे के लिए काम नहीं करते। जो सिर्फ बचत करते हैं, वो हारते हैं।"

कियोसाकी का कहना है कि मैंने अपनी 2012 की किताब Rich Dad's Prophecy में जिस क्रैश की चेतावनी दी थी, उनका कहना है कि वह अब शुरू हो चुका है।

ETFs नहीं, रियल गोल्ड, सिल्वर और बिटकॉइन में करें निवेश- कियोसाकी

कियोसाकी के अनुसार, अब किसी और पर निर्भर रहने का समय नहीं है, खुद को और अपने परिवार को आर्थिक संकट से बचाने के लिए लोगों को 'रियल एसेट्स' जैसे सोना, चांदी और बिटकॉइन में निवेश करना चाहिए लेकिन वह साफ तौर पर चेतावनी देते हैं कि ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स) से दूर रहें।

जब सेंट्रल बैंक डूबेंगे, तब आपको कौन बचाएगा?- कियोसाकी

कियोसाकी ने कहा कि जैसा कि जिम रिकर्ड्स पूछ रहे हैं, “जब फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंक डूबेंगे, तब उन्हें कौन बचाएगा?” लेकिन इससे भी बड़ा सवाल है – “जब संकट आएगा, तो आपको कौन बचाएगा?” सावधान रहें, सतर्क रहें और खुद को बचाएं।

इसे भी पढ़ें: कहां और कैसा है बगलिहार बांध? जिसके जरिए पाकिस्तान पर की वाटर स्ट्राइक

Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 19 May 2025 at 19:05 IST