अपडेटेड 7 February 2025 at 21:48 IST

ब्याज दर कटौती से भी नहीं सुधरा बाजार, सेंसेक्स 198 अंक फिसला

आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा की अगुवाई में मौद्रिक नीति समिति ने पांच साल के बाद नीतिगत ब्याज दर में पहली कटौती करने का फैसला किया।

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Indian Stock Markets On Christmas Holiday
ब्याज दर कटौती से के बावजूद सेंसेक्स 198 अंक फिसला. | Image: Wikipedia

Stock Market : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा से स्थानीय शेयर बाजार निष्प्रभावी रहे और विदेशी कोषों की निकासी के बीच शुक्रवार को सेंसेक्स 198 अंक टूट गया। वहीं निफ्टी में 43 अंक का नुकसान रहा। आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा की अगुवाई में मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने पांच साल के बाद नीतिगत ब्याज दर में पहली कटौती करने का फैसला किया। रेपो दर में 0.25 प्रतिशत अंक की कटौती करके इसे 6.25 प्रतिशत कर दिया गया है।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 197.97 अंक यानी 0.25 प्रतिशत गिरकर 77,860.19 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 582.42 अंक गिरकर 77,475.74 अंक पर आ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 43.40 अंक यानी 0.18 प्रतिशत गिरकर 23,559.95 अंक पर आ गया। यह शेयर बाजार में गिरावट का लगातार तीसरा दिन रहा। इस तरह कारोबारी सप्ताह का समापन नकारात्मक दायरे में हुआ। सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से आईटीसी के शेयर में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। दरअसल, दिसंबर तिमाही के लिए कंपनी के एकीकृत शुद्ध लाभ में 7.27 प्रतिशत की गिरावट आने से निवेशकों की धारणा कमजोर हुई। इसके अलावा भारतीय स्टेट बैंक, अदाणी पोर्ट्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और पावरग्रिड के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए।

टाटा स्टील के शेयर में चार प्रतिशत से अधिक की तेजी

दूसरी तरफ, टाटा स्टील के शेयर में चार प्रतिशत से अधिक की तेजी दर्ज की गई। भारती एयरटेल का शेयर भी कंपनी का शुद्ध लाभ पांच गुना बढ़ने के बाद करीब चार प्रतिशत की उछाल दर्ज करने में सफल रहा। इसके अलावा जोमैटो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट और टेक महिंद्रा के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए।  मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘ब्याज दर में कटौती से बाजार को कोई बड़ा आश्चर्य नहीं हुआ। निवेशकों को नए आरबीआई गवर्नर की टिप्पणियों में कुछ भी दिलचस्प नहीं लगा, जिसकी वजह से बैंकिंग, तेल एवं गैस, एफएमसीजी और बिजली शेयरों में लगातार मुनाफावसूली हुई।’’

कुछ कंपनियों के शेयर सकारात्मक दायरे में बंद

ब्याज दर के लिहाज से संवेदनशील माने जाने वाले रियल्टी और वाहन कंपनियों के कुछ शेयर सकारात्मक दायरे में बंद हुए। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने के इरादे से ब्याज दरों में कटौती एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि, नकदी बढ़ाने के प्रत्याशित उपाय न होने से निराश निवेशकों ने मुनाफावसूली की।’’

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एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और जापान के निक्की में गिरावट रही जबकि चीन के शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी रही। यूरोप के अधिकांश बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। बृहस्पतिवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.73 प्रतिशत बढ़कर 74.83 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 3,549.95 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की। बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 213.12 अंक गिरकर 78,058.16 अंक पर और एनएसई निफ्टी 92.95 अंक गिरकर 23,603.35 अंक पर बंद हुआ था।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 7 February 2025 at 17:42 IST