अपडेटेड 29 December 2025 at 16:26 IST
Silver Price Crash: चांदी हुई धड़ाम, एक घंटे में 21500 रुपये की बड़ी गिरावट; खरीदने का है सही वक्त?
सोमवार को चांदी की कीमतों ने निवेशकों को चौंका दिया। पिछले हफ्ते से लगातार नए रिकॉर्ड बना रही चांदी ने ढाई लाख रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को छुआ, लेकिन उसके कुछ ही देर बाद एक घंटे में 21,000 रुपये से अधिक की भारी गिरावट दर्ज की गई।
- बिजनेस न्यूज
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Silver Price Crash: सोमवार को चांदी की कीमतों ने निवेशकों को चौंका दिया। पिछले हफ्ते से लगातार नए रिकॉर्ड बना रही चांदी ने ढाई लाख रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को छुआ, लेकिन उसके कुछ ही देर बाद एक घंटे में 21,000 रुपये से अधिक की भारी गिरावट दर्ज की गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर मार्च 2026 डिलीवरी वाली चांदी 2,33,120 रुपये प्रति किलोग्राम तक फिसल गई। इस अचानक उलटफेर ने बाजार में हड़कंप मचा दिया।
आज सुबह बाजार खुलने पर चांदी की कीमत 2.50 लाख के पार कारोबार कर रही थी जिससे अनुमान लगाया जा रहा था कि यह अभी और बढ़ सकता है लेकिन तीन बड़े कारणों की वजह से चांदी की चमक कम हो गई है।
भारी गिरावट के पीछे ये है मुख्य कारण
सोमवार को चांदी की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में $82 प्रति औंस के पार पहली बार पहुंचीं लेकिन बाद में मुनाफावसूली और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच शांति समझौते की उम्मीदों के चलते यह $75 के स्तर से नीचे आ गई। ट्रंप ने रविवार को कहा था कि वह और जेलेंस्की यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के समझौते के बहुत करीब पहुंच रहे हैं। इस खबर ने निवेशकों को राहत दी और सुरक्षित निवेश माने जाने वाली धातुओं की मांग में कमी आई।
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विशेषज्ञों का क्या है कहना?
गौरतलब है कि चांदी ने पिछले एक साल में जबरदस्त रिटर्न दिया है. दिसंबर 2024 में चांदी का भाव करीब 90 लाख रुपये किलो था। जहां से भाव 150% से ज्यादा उछल चुका है। सोमवार को चांदी की कीमत MCX पर 254000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई।
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विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी की कीमतों में कई कारणों से बढ़ोतरी देखी जा रही है। औद्योगिक मांग में उछाल, निवेशकों की सुरक्षित संपत्तियों की ओर बढ़ती रुचि और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण चांदी की डिमांड बढ़ती जा रही है। खास तौर पर ग्रीन एनर्जी टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक वाहनों और सोलर पैनल्स में चांदी की बढ़ती मांग ने कीमतों को उछलने में मदद की है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 29 December 2025 at 16:26 IST