Published 17:50 IST, October 21st 2024
खुशखबरी! 1600 टन प्याज लेकर मुंबई टू दिल्ली पहुंची 'कांदा एक्सप्रेस', सरकार महज इतने रु/किलो बेचेगी
निधि खरे ने बताया कि सरकार नुकसान को कम करने के लिए सीलबंद कंटेनर परिवहन के लिए लॉजिस्टिक कंपनी कॉनकॉर्ड के साथ भी बातचीत कर रही है।
Onion Price: त्योहारी सीजन और सब्जियों के दाम आसमान पर प्याज एक बार फिर अपने चरम पर पहुंच चुका है और दिल्ली-NCR में 70 रुपए से 80 रुपए प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है। ऐसे में दिल्ली-NCR के लोगों को प्याज की महंगाई से सरकार ने निजात दिलाने का उपाय तलाश लिया है। सरकार ने महाराष्ट्र से 1600 टन की एक बड़ी खेप दिल्ली के लिए मंगवाई है। इसके लिए महाराष्ट्र से स्पेशल 'कांदा एक्सप्रेस' ट्रेन दिल्ली प्याज लेकर पहुंची है। अब दिल्ली में आम लोगों को ये प्याज NCCF और NAFED के अलावा मोबाइल वैन से 35 रुपये/किलो के भाव पर मुहैया करवाई जाएगी। त्योहारी सीजन में सरकार ने आम लोगों की सुविधा का पूरा ध्यान रखते हुए ये व्यवस्था की है।
त्योहारों के मौके पर प्याज की बढ़ीं कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने बहुत ही महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उपभोक्ता मामलों के सचिव निधि खरे ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया था कि 'कांदा एक्सप्रेस' नाम की विशेष ट्रेन महाराष्ट्र से 1600 टन प्याज की बड़ी खेप लेकर 20 अक्टूबर को दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। सरकार को इस बात की उम्मीद है कि उसके इस प्रयास से दिल्ली-NCR में रहने वाली जनता को काफी राहत मिलेगी। यहां पर मौजूदा समय प्याज की कीमतें 75 रुपए से भी अधिक हो चुकी हैं।
रसोई के लिए रेल परिवहन की पहली पहल
महाराष्ट्र से दिल्ली के लिए आई 'कांदा एक्सप्रेस' आम आदमी की रसोई के लिए रेल परिवहन का उपयोग करने वाली यह पहली पहल है। रेलवे की इस पहल से त्योहारों के सीजन में दिल्ली-NCR में रहने वाले लाखों परिवारों की रसोई का बजट भी नियंत्रित होगा। उपभोक्ता मामलों के सचिव निधि खरे ने कहा, "यह रेल परिवहन पहल एक ऐतिहासिक पहल है।" उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इसी तरह की व्यवस्था लखनऊ, वाराणसी और असम, नागालैंड और मणिपुर सहित पूर्वोत्तर राज्यों में भी लागू की जाएगी।
सरकार ने आम जनता के लिए लिया फैसला
सरकार ने दिल्ली-NCR में रहने वाले लाखों परिवारों को महंगाई की मार से बचाने के लिए ये नया विकल्प तलाशा है। अब दिवाली से पहले प्याज की कीमतों को कम करने के लिए सरकार ने रेलवे का सहारा लिया है। सरकार ने महाराष्ट्र से मंगवाई गई 1600 टन प्याज को दिल्ली के थोक बाजारों में आपूर्ति करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र के नासिक जिले से 'कांदा एक्सप्रेस' की 42 बोगियों में 1600 टन प्याज आई है। इसे सरकार दिल्ली-NCR के बाजारों में रोजाना 2500 से 2600 टन के हिसाब से बेचेगी।
प्रति ट्रेन 13.80 लाख रुपयों की बचत
निधि खरे ने बताया कि सरकार नुकसान को कम करने के लिए सीलबंद कंटेनर परिवहन के लिए लॉजिस्टिक कंपनी कॉनकॉर्ड के साथ भी बातचीत कर रही है। थोक कीमतें कम करने के लिए प्याज की नीलामी मौजूदा बाजार दरों पर की जाएगी। सचिव निधि खरे ने कहा कि यह निर्णय लागत प्रभावी और कुशल उपाय है। उन्होंने कहा कि नासिक से दिल्ली तक एक ट्रेन (56 ट्रकों के बराबर) के परिवहन पर रेल द्वारा 70.20 लाख रुपये का खर्च आता है, जबकि सड़क मार्ग से 84 लाख रुपये का खर्च आता है। इस प्रकार प्रति ट्रेन 13.80 लाख रुपये की बचत होती है।
त्योहारों से पहले प्याज की मोबाइल वैन की संख्या बढ़ाएगी सरकार
सरकार पांच सितंबर से मोबाइल वैन, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) तथा भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) दुकानों, ई-कॉमर्स मंच, मदर डेयरी की सफल दुकानों और केन्द्रीय भंडार सहित विभिन्न माध्यमों से भंडार में रखे प्याज को रियायती दरों पर बेच रही है। खुदरा कीमतें कम करने के लिए अपनी कार्रवाई तेज करते हुए दिवाली से पहले मोबाइल वैन की संख्या 600 से बढ़ाकर 1,000 कर दी जाएगी। सचिव ने कहा कि बफर स्टॉक के 4.7 लाख टन प्याज में से 91,960 टन एनसीसीएफ तथा नेफेड को आवंटित किया गया है। वहीं 86,000 टन गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश और मणिपुर सहित विभिन्न राज्यों को भेजा गया है।
Updated 19:03 IST, October 21st 2024