अपडेटेड 31 January 2025 at 12:22 IST

'गर्व के साथ आजादी के बाद जो शताब्दी शुरू हुई वो विकसित...', BUDGET सत्र से पहले देश को संबोधित करते हुए बोले पीएम मोदी

विकसित भारत की लक्ष्य पर बात करते हुए PM मोदी ने कहा कि विकसित भारत का जो संकल्प इस देश ने लिया है उस दिशा में यह बजट सत्र होगा।

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PM Modi
PM Modi | Image: X@bjpindia

Parliament Budget Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र की शुरुआत से पहले देशवासियों को संबोधित किया है। अपने संबोधन में PM मोदी ने कहा कि हमारे गणतंत्र ने 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह देश के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत गर्व की बात है। इस देश के लोगों ने मुझे तीसरी बार ये जिम्मेदारी दी है और ये इस तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है। तीसरे कार्यकाल में हम मिशन मोड में देश को सर्वांगीण विकास की दिशा में चाहे वह भौगोलिक रूप से हो, सामाजिक रूप से हो या आर्थिक भिन्न-भिन्न संदर्भ में हो, हम सर्वांगीण विकास के संकल्प को लेकर मिशन मोड में आगे बढ़ते जा रहे हैं।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज बजट सत्र की शुरुआत में मैं समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को नमन करता हूं। सदियों से हम ऐसे अवसरों पर मां लक्ष्मी को याद करते आ रहे हैं। मां लक्ष्मी हमें सफलता और बुद्धि प्रदान करती हैं। मैं महालक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि देश के हर गरीब और मध्यम वर्ग पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहे।

यह बजट एक नया विश्वास पैदा करेगा- PM मोदी

विकसित भारत की लक्ष्य पर बात करते हुए PM मोदी ने कहा कि मैं विश्वास से कह सकता हूं कि 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे, विकसित भारत का जो संकल्प इस देश ने लिया है उस दिशा में यह बजट सत्र, यह बजट एक नया विश्वास पैदा करेगा, नई ऊर्जा देगा कि देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा तब विकसित होकर रहेगा। 140 करोड़ देशवासी अपने सामूहिक प्रयासों से इस संकल्प को पूरा करेंगे। समृद्ध विकसित भारत ये संकल्प सिद्दी से शिखर तक पहुंचने का कार्य किया। 

पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना

विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से लेकर अब तक शायद यह पहला, संसद का सत्र है, जिसके एक दो दिन पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की है, विदेश से आग लगाने की कोशिश नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं 2014 से देख रहा हूं कि हर सत्र से पहले शरारत करने के लिए लोग तैयार बैठते थे और यहां उन्हें हवा देने वालों की कोई कमी नहीं है। 10 साल बाद यह पहला सत्र मैं देख रहा हूं, जिसमें किसी भी विदेशी कोने से कोई चिंगारी नहीं भड़काई गई।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 31 January 2025 at 10:47 IST