अपडेटेड 23 January 2025 at 00:13 IST

ट्रंप ने खूब किया सम्मान, पहली पंक्ति में मिली जयशंकर को सीट, कहा- भारत की उपस्थित को लेकर उत्सुक थी अमेरिकी सरकार

अमेरिका में ट्रंप के शपथग्रहण समारोह के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे विदेश मंत्री एस जयशंकर को पहली पंक्ति में बैठाया गया था। इसपर खूब चर्चा हो रही है।

डोनाल्ड ट्रंप के शपथग्रहण समारोह में एस जयशंकर। | Image: X

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी को शपथग्रहण किया। ट्रंप 2.0 के गवाह दुनियाभर के दिग्गज नेता बने। वहीं ट्रंप के इस शपथग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका पहुंचे। विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथग्रहण कार्यक्रम के दौरान का अपना अनुभव साझा किया।

उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर कार्यक्रम की तस्वीरें भी साझा की। इन तस्वीरों में विदेश मंत्री जयशंकर ट्रंप  के करीब बिल्कुल पहली पंक्ति में बैठे नजर आ रहे हैं। इसे लेकर भारत में काफी चर्चा चल रही है। वाशिंगटन डीसी से अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा, "आज भारत और अमेरिका के बीच विश्वास की बहुत मजबूत स्थिति है, हमारे हितों में बहुत उच्च स्तर की समानता है। एक भावना यह है कि जब हम अपने राष्ट्रीय हितों की सेवा करते हैं, जब हम अपनी द्विपक्षीय साझेदारी बनाते हैं, निश्चित रूप से क्षेत्रीय मुद्दों और वैश्विक मुद्दों पर, हम बहुत कुछ अच्छा कर सकते हैं।"

हमें अधिक साहसी और महत्वाकांक्षी होने की जरूरत: एस जयशंकर

उन्होंने कहा कि इसलिए हमने जो चर्चा की, उसमें वैश्विक भलाई की भावना वैचारिक रूप से भी बहुत स्पष्ट थी। द्विपक्षीय संबंधों के संदर्भ में, यह प्रशासन का पहला दिन था, इसलिए हमने अनिवार्य रूप से एक व्यापक बातचीत की, विवरण में बहुत गहराई से नहीं गए, लेकिन हमारे बीच एक समझौता, एक आम सहमति थी कि हमें अधिक साहसी, बड़ा और अधिक महत्वाकांक्षी होने की आवश्यकता है।

ट्रंप के शपथग्रहण समारोह में पहली पंक्ति में बैठने पर क्या बोले जयशंकर?

जो तस्वीरें सामने आई है, उसमें एस जयशंकर ट्रंप के बिल्कुल सामने पहली पंक्ति में बैठे नजर आ रहे हैं। इसे लेकर उन्होंने कहा, "अगर मैं अपनी समग्र राय साझा करूं, तो मैं कहूंगा कि यह बहुत ही उत्सुकतापूर्ण था। यह बहुत स्पष्ट था कि ट्रंप प्रशासन भारत को शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रखने के लिए उत्सुक था। वे स्पष्ट रूप से द्विपक्षीय संबंधों को प्राथमिकता दे रहे हैं। दूसरी बात, बैठकों में, यह भी स्पष्ट था कि वे संबंधों की नींव पर काम करना चाहेंगे, एक ऐसी नींव जिसे बनाने में प्रथम ट्रंप प्रशासन ने भी बहुत योगदान दिया था। उस समय राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने कई पहल की थीं, और हमने उन्हें कई मायनों में परिपक्व होते देखा है। और तीसरी धारणा, क्वाड के संबंध में, यह प्रबल भावना है कि वर्तमान प्रशासन भी क्वाड को आगे ले जाने तथा इसकी गतिविधियों को तीव्र करने की हमारी इच्छा का प्रतिदान करेगा।"

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 23 January 2025 at 00:04 IST