अपडेटेड 26 April 2025 at 07:09 IST
'मैं भारत के बहुत करीब हूं और पाकिस्तान...', पहलगाम आतंकी हमले पर राष्ट्रपति ट्रंप की आई पहली प्रतिक्रिया, कहा- Bad one
पहलगाम आतंकी हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की पहली प्रतिक्रिया आई है उन्होंने आतंकी घटना निंदा करते हुए कहा, That was a bad one
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की पूरी दुनिया कड़े शब्दों में निंदा कर रही है। विश्व के कई शक्तिशाली देशों ने भारत के साथ एकजुटता दिखाई है और आतंक के खिलाफ बड़े एक्शन की बात कही है। अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहलगामा आतंकी हमले पर पहली प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने घटना की निंदा की है और कहा कि That was a bad one (terrorist attack)।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर रूस, इजरायल समेत विश्व के कई शक्तिशाली देश भारत के साथ खड़ा हुआ है और सबने एक सुर में आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की बात कही है। अब पहलगाम आतंकी हमले पर अपनी पहली टिप्पणी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस हमले को बुरा (Bad One) बताया। एयरफोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि बॉर्डर पर दोनों देशों के बीच तनाव लंबे समय से चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे भरोसा है कि दोनों पक्ष इस मुद्दे को सुलझा लेंगे।
मैं भारत के बहुत करीब हूं-ट्रंप
पहलगाम आतंकी हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, मैं भारत के बहुत करीब हूं और मैं पाकिस्तान के भी बहुत करीब हूं और कश्मीर में वे एक हजार साल से लड़ रहे हैं। कश्मीर का मुद्दा एक हजार साल से चल रहा है, शायद उससे भी ज्यादा समय से। वह एक बुरा हमला था (आतंकवादी हमला)। उस सीमा पर 1,500 सालों से तनाव है। यह वैसा ही रहा है लेकिन मुझे यकीन है कि वे इसे किसी न किसी तरह से सुलझा लेंगे। मैं दोनों नेताओं को जानता हूं। पाकिस्तान और भारत के बीच बहुत तनाव है लेकिन यह हमेशा से रहा है।
सीमा पर काफी लंबे समय से तनाव है-ट्रंप
पत्रकारों ने जब ट्रंप से पूछा कि क्या वे सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव को लेकर चिंतित हैं? तो ट्रंप ने कहा, "उस सीमा पर काफी लंबे समय से तनाव है। ये आप जानते हैं, यह वैसा ही रहा है, लेकिन मुझे यकीन है कि वे इसे किसी न किसी तरह से सुलझा लेंगे। मैं दोनों नेताओं को जानता हूं, पाकिस्तान और भारत के बीच बहुत तनाव है, लेकिन ये हमेशा से रहा है।
22 अप्रैल को आतंकियों ने पर्यटकों को बनाया था निशाना
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए। आतंकवादी हमले के बाद, केंद्र सरकार ने कई कूटनीतिक उपायों की घोषणा की, जैसे अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट (ICP) को बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए SAARC वीजा छूट योजना (SVES) को निलंबित करना, उन्हें अपने देश लौटने के लिए 48 घंटे का समय देना और दोनों पक्षों के उच्चायोगों में अधिकारियों की संख्या कम करना।
हमले के बाद भारत का बड़ा एक्शन
भारत ने पहलगाम हमले के मद्देनजर 1960 में हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि को भी रोक दिया। सिंधु जल संधि पर भारत और पाकिस्तान के बीच नौ साल की बातचीत के बाद 1960 में हस्ताक्षर किए गए थे। इस संधि पर विश्व बैंक की सहायता ली गई थी। इस संधि पर विश्व बैंक के पूर्व अध्यक्ष यूजीन ब्लैक ने पहल की थी। इसे सबसे सफल अंतरराष्ट्रीय संधियों में से एक माना जाता है। इस संधि के दौरान कई बार तनाव और संघर्ष की स्थिति बनी रही। इसने आधी सदी से भी अधिक समय तक सिंचाई और जलविद्युत विकास के लिए एक रूपरेखा प्रदान की है।
बता दें कि इस संधि के तहत पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम, चिनाब) को पाकिस्तान और पूर्वी नदियों (रावी, ब्यास, सतलुज) को भारत को आवंटित किया गया है। साथ ही, संधि प्रत्येक देश को दूसरे को आवंटित नदियों के कुछ निश्चित उपयोग की अनुमति देती है। इस संधि के तहत सिंधु नदी प्रणाली से 20 प्रतिशत पानी भारत को और शेष 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान को आवंटित किया गया है।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 26 April 2025 at 07:04 IST