अपडेटेड 7 August 2025 at 09:13 IST
इन सेक्टरों में चीन ने अमेरिका को पछाड़ा, क्या राष्ट्रपति ट्रंप अपने टैरिफ बम से US को फिर से बना पाएंगे नंबर वन?
दुनिया के कई सेक्टरों में अमेरिका नंबर वन नहीं रह गया है। चीन ने कई मामलों में अमेरिका को पछाड़ दिया। क्या राष्ट्रपति ट्रंप टैरिफ बम से अमेरिका को फिर से नंबर वन बना पाएंगे?
खुद को महान बताने वाला अमेरिका अब कई मामलों में नंबर वन नहीं रहा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार अपनी टैरिफ नीति को लागू कर अन्य देशों पर दबाव बना रहे हैं। लेकिन, ऐसे 10 सेक्टर्स हैं, जिसमें चीन ने बाजी मारते हुए अमेरिका को पछाड़ दिया है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी टैरिफ नीति से अमेरिका को फिर से नंबर वन बना पाएंगे?
अमेरिका दुनिया के कई बड़े सेक्टरों में अपना प्रभुत्व खोता जा रहा है। वहीं चीन का दबदबा कायम है। मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में चीन ने अपना दबदबा कायम कर रखा है। ड्रैगन दुनिया का सबसे बड़ा निर्माता है। वहीं अमेरिका दूसरे स्थान पर है।
- ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में भी चीन सबसे आगे चल रहा है। यहां भी अमेरिका का स्थान दूसरा है। चीन मोटर वाहन के प्रोडक्शन में सबसे आगे चल रहा है और 2024 में 31 मिलियन से अधिक इकाइयों का निर्माण किया है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में चीन ने 2023 में दुनिया के लगभग 70% स्मार्टफोन, वैश्विक लैपटॉप और टेलीविजन के आधे से अधिक और 32% सेमीकंडक्टर का उत्पादन किया।
- इसके अलावा सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में ताइवान, विशेष रूप से TSMC, सबसे उन्नत सेमीकंडक्टर चिप्स (जैसे 3nm और 5nm नोड्स) के निर्माण में आगे है। इसने 2023 में वैश्विक सेमीकंडक्टर फाउंड्री बाजार के लगभग 65% को नियंत्रित किया।
- एनर्जी प्रोडक्शन में भी चीन आगे है। चीन ऊर्जा क्षमता में 2024 तक लगभग 1,827 गीगावाट तक पहुंच गया, जबकि अमेरिका ड्रैगन के मुकाबले में लगभग 428 गीगावाट क्षमता तक सीमित है।
- बॉयोटेक रिसर्च और डेवलपमेंट व्यय में वैसे तो अमेरिका है, लेकिन चीन तेजी से ऊपर उठ रहा है। अनुमान था कि 2024 तक चीन का बॉयोटेक रिसर्च और डेवलपमेंट व्यय 38 अरब डॉलर (अमेरिका) बनाम 22 अरब डॉलर (चीन) होगा। वहीं जर्मनी, भारत और स्विट्ज़रलैंड भी रेस में हैं।
- मेडिसीन मैन्युफैक्चरिंग एक्सपोर्ट में जर्मनी विश्व स्तर पर सबसे बड़ा दवा निर्यातक है। इस मामले में अमेरिका तीसरे स्थान पर है।
- वहीं स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के बुनियादी ढांचे, मेडिकल प्रोफेशनल्स, लागत, दवाओं की उपलब्धता और संकट की तैयारी के आधार पर ताइवान सबसे आगे है। वहीं अगर अमेरिका की बात करें तो इसका स्थान काफी नीचे है।
- वहीं शिक्षा की अगर बात करें, तो इसमें कई देश अलग-अलग आधार पर इस रेस में हैं।
- स्पेस के मामले में वैसे तो अमेरिका आगे है, लेकिन चीन भी इस मामले में तेजी से बढ़ रहा है। चीन ने चांग'ए और तियानवेन-1 जैसे मिशनों के साथ चंद्र अन्वेषण और मंगल ग्रह पर रोवर उतारने का काम किया, जो कि एक बड़ी उपलब्धी है।
- AI और टेक्सटाइल के मामले में भी अमेरिका काफी पीछे चल रहा है।
बता दें, यह जानकारी AI की ओर से साझा इनपुट पर आधारित है। सवाल ये है कि राष्ट्रपति ट्रंप जिस तरह से टैरिफ नीति को लागू करने में जुटे हुए हैं, क्या वह अमेरिका को फिर से महान बनाने में कामयाब हो पाएंगे?
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 7 August 2025 at 09:13 IST