अपडेटेड 1 September 2025 at 13:01 IST
SCO Summit: मोदी-जिनपिंग-पुतिन की मुलाकात.... अमेरिकी राष्ट्रपति को क्लियर मैसेज- ट्रंप की धुन पर नहीं नाचती दुनिया
SCO के मंच पर मोदी-जिनपिंग-पुतिन की मुलाकात से अमेरिकी राष्ट्रपति को क्लियर मैसेज जा चुका है कि ट्रंप की धुन पर दुनिया नहीं नाचती है।
SCO Summit: शंघाई सहयोग संगठन में भारत-रूस और चीन की जुगलबंदी देखने को मिली। एससीओ के मंच पर से महाशक्तियों ने अमेरिका समेत तमाम सभी देशों को एक साफ मैसेज दिया है कि अब दुनिया ट्रंप की धुन पर नहीं नाचती है। तभी तो अमेरिका ने टैरिफ के जरिए लाख कोशिशें की अपनी शर्तें मनवाने की, लेकिन उसकी यह कोशिश नाकाम रही। भारत अमेरिका के सामने अपने ऊपर 25% टैरिफ के साथ 25 फीसदी पेनालिटी लगाने के बावजूद भी झुका नहीं है।
रूस से तेल खरीदने से रोकने के लिए अमेरिका ने ना जाने क्या-क्या तरीके अपना लिए, लेकिन उसका कुछ फायदा नहीं हुआ। वहीं चीन ने अभी अमेरिका को उसी की भाषा में जवाब दिया। अमेरिका ने जब चीन पर मनमाना टैरिफ लगाया, तो पलटकर ड्रैगन ने भी शुल्क लगा दिया। इतना ही नहीं, चीन के लोगों ने तो अमेरिक ब्रैंड्स की पोल पट्टी खोलकर रख दी।
ट्रंप टैरिफ के बीच महाशक्तियों का महामिलन
अमेरिका ने सोचा कि टैरिफ का दबाव बनाकर वह दुनिया के तमाम देशों के साथ अपनी शर्तों के हिसाब से ट्रेड डील फाइनल कर लेगा। हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप को उनकी ही चाल भारी पड़ गई। दुनिया के अन्य देश अमेरिका से किनारा कर आपसी साझेदारी को बढ़ावा दे रहे हैं। आज जब एससीओ के मंच पर रूस-भारत-चीन के नेता एक-दूसरे से मिल रहे हैं, तो अमेरिका को यही संदेश जा रहा है कि अब उनके सामने झुकेंगे नहीं।
इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप-इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण
अमेरिका से किनारा करने के लिए ही इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप-इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट को लाया गया है। ताकि ट्रेड के लिए अमेरिका पर निर्भरता कम हो और भारत-मिडिल ईस्ट समेत यूरोपीय देशों के बीच व्यापारिक संबंध गहरे और आसान हो जाएं। वहीं अमेरिका भारत-चीन की नजदीकियों से भी बेचैन होने वाला है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 1 September 2025 at 13:01 IST